भारी आर्थिक संकट में पाकिस्तान, 50 प्रतिशत से अधिक परिवारों के लिए दो वक्त की रोटी नहीं
By भाषा | Updated: July 27, 2019 02:31 IST2019-07-27T02:31:53+5:302019-07-27T02:31:53+5:30
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण, 2018 के अनुसार पाकिस्तान में आधे से अधिक इतने गरीब परिवार हैं कि वे दिन में दो बार खाना तक नहीं खा सकते।

भारी आर्थिक संकट में पाकिस्तान, 50 प्रतिशत से अधिक परिवारों के लिए दो वक्त की रोटी नहीं
पाकिस्तान में आधे से अधिक परिवार गरीबी के कारण दो वक्त की रोटी का जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में शुकवार को नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में एक सर्वे के हवाले से यह जानकारी दी गई। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण, 2018 के अनुसार पाकिस्तान में आधे से अधिक इतने गरीब परिवार हैं कि वे दिन में दो बार खाना तक नहीं खा सकते। इससे देश में कुपोषण देखने को मिल रहा है।
वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में चीजों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 30 प्रतिशत तक टूट गया है और मुद्रास्फीति की दर करीब 9 प्रतिशत पर है। इसके अभी और बढ़ने की आशंका है। कराची की रहने वाली 30 शमा परवीन ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया , " टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। वहीं , 60 वर्षीय मोहम्मद अशरफ ने कहा , " मुझे अपनी खर्चों को पूरा करने के लिए रोजाना कम से कम 1,000 रुपये कमाने की जरूरत है। इन दिनों मैं मुश्किल से पांच-छह सौ रुपये बचा पा रहा हूं ... मैं कभी - कभी सोचता हूं कि अगर मैं बीमार पड़ गया तो कैसे दवा और इलाज का खर्चा उठा पाऊंगा ? मुझे लगता है कि मुझे मरना होगा। "
विश्लेषकों ने चेताया कि पाकिस्तान की तेजी से बढ़ती जनसंख्या आर्थिक वृद्धि से कही आगे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से 6 अरब डॉलर के कर्ज को मंजूरी मिलने के बावजूद देश को समस्याओं से फौरी तौर पर कोई राहत नहीं मिलेगी। इस महीने की शुरुआत में कारोबारियों ने एक दिन की हड़ताल की है और शुक्रवार को करीब 8,000 लोगों ने बढ़ती कीमतों के खिलाफ मार्च किया। 32 वर्षीय स्नातक ने एएफपी को बताया , " यह सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है ... यह देश को दिन पर दिन गरीब बना रही है। "