पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आठ हफ्तों के लिए जमानत दे दी। नवाज शरीफ की हालत नाजुक चल रही है, इसी के मद्देनजर उन्हें जमानत दी गई है। नवाज शरीफ को अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में जमानत दी गई है।
2017 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टचार के मामले में लिप्त पाए जाने पर नवाज शरीफ को राजनीति के लिए अयोग्य माना था और एक मामले में उन्हें सात साल जेल की सजा सुनाई थी। हालांकि, नवाज शरीफ ने कहा था कि उनके खिलाफ लगे आरोप बेबुनियाद हैं और मुल्क के ताकतवर लोगों ने अपने हितों के चलते उन्हें निशाना बनाया है, जिसका खामियाजा वह भुगत रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार को ही खबर आई कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज की हालत एकदम नाजुक चल रही है और वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। नवाज शरीफ के निजी डॉक्टर अदनान खान ने ट्वीट कर उनकी सेहत के बारे में जानकारी दी।
खान ने आगे लिखा, ''मामूली दिल के दौरे के अलावा शरीफ की प्लेटलेट कम है, किडनी खराब होने के कारण दोनों और जटिल हो रहे हैं।''
शरीफ के निजी फिजीशियन के मुताबिक, पूर्व पीएम की हालत एकदम नाजुक और जोखिमभरी है।
69 वर्षीय नवाज शरीफ को पिछले हफ्ते अस्पताल में उस वक्त भर्ती कराया गया था जब उनका ब्लड प्लेटलेट काउंट खतरनाक स्तर तक गिर गया था।