पाकिस्तानः इमरान खान के सामने सेना ने रखे थे तीन प्रस्ताव, पीटीआई ने गतिरोध में सेना से मदद मांगने के दावे का किया खंडन
By भाषा | Published: April 16, 2022 07:31 AM2022-04-16T07:31:24+5:302022-04-16T07:33:22+5:30
पूर्व मंत्रिमंडल में मानवाधिकार का प्रभार संभालने वाली शिरीन मजारी ने ट्विटर पर इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि असल में सेना ने रक्षा मंत्री परवेज खट्टक के जरिए खान से मुलाकात का वक्त मांगा था।
इस्लामाबादः पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की एक वरिष्ठ नेता ने सेना के उस दावे को शुक्रवार को खारिज कर दिया कि पूर्व प्रधानमंत्री ने राजनीतिक गतिरोध खत्म करने के लिए सेना के आलाकमान का रुख किया था।
पूर्व मंत्रिमंडल में मानवाधिकार का प्रभार संभालने वाली शिरीन मजारी ने ट्विटर पर इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि असल में सेना ने रक्षा मंत्री परवेज खट्टक के जरिए खान से मुलाकात का वक्त मांगा था। उन्होंने यह भी कहा कि सेना ने खान के सामने तीन प्रस्ताव रखे थे, जिनमें विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को वापस लेने के बदले में या तो अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना, पद से इस्तीफा देना या नए सिरे से चुनाव कराना शामिल था।
मजारी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं स्पष्ट कर दूं...मैं रिकॉर्ड पर बता रही हूं कि प्रधानमंत्री ने ‘राजनीतिक गतिरोध तोड़ने’ के लिए सेना से मदद नहीं मांगी थी।’’ उनका यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले सेना प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने घोषणा की थी कि सैन्य आलाकमान राजनीतिक टकराव से दूर था और सेना प्रमुख खान के अनुरोध पर महज एक बार उनसे मिले थे।