Mount Everest New Height: माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई और बढ़ गई, नेपाल और चीन ने किया ऐलान, जानिए इस बारे में
By विनीत कुमार | Updated: December 8, 2020 15:32 IST2020-12-08T15:09:45+5:302020-12-08T15:32:29+5:30
Mount Everest Height: पिछले कुछ दशकों से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थीं। 2015 में आए भूकंप के बाद इन अटकलों को और जोर मिला। ऐसी भी आशंका जताई गई थी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई घट गई है।

8848.86 मीटर है माउंट एवरेस्ट की नई ऊंचाई (फाइल फोटो)
नेपाल और चीन ने मंगलवार को संयुक्त तौर पर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की नई ऊंचाई का ऐलान किया। एवरेस्ट की नई ऊंचाई अब 8848.86 मीटर घोषित की गई है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने बताया कि नई ऊंचाई पहले से घोषित ऊंचाई से 86 सेंटीमीटर ज्यादा है।
काठमांडू पोस्ट के अनुसार कठमांडू और बीजिंग में एक साथ दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने एवरेस्ट की नई ऊंचाई की घोषणा की। साल 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद से ही एवरेस्ट की ऊंचाई को लेकर तमाम तरह की अटकलें चल रही थीं और ऐसी आशंका जताई गई थी कि इसकी ऊंचाई में कमी आई है।
8848.86 metres is the newly-measured height of Mount Everest, Nepal's Foreign Minister announces. pic.twitter.com/Fnxh1liY98
— ANI (@ANI) December 8, 2020
बहरहाल, अब नई घोषणा के बाद इस विवाद का अंत हो जाएगा। नेपाल 2011 से ही एवरेस्ट की सटीक ऊंचाई नापने की कोशिश में लगा था। बता दें कि साल 2019 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेपाल दौरे के दौरान एक समझौता दोनों देशों के बीच हुआ जिसमें ये सहमति बनी कि दोनों देश संयुक्त रूप से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की हाइट की घोषणा करेंगे।
इससे पहले सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा 1954 में की गई माप के अनुसार माउंट एवरेस्ट की मान्य ऊंचाई 8,848 मीटर थी। दुनिया की इस सबसे लंबी चोटी को नेपाल में सागरमाथा के नाम से जाना जाता है। वहीं, 1975 में चीनी सर्वेक्षकों ने भी माउंट एवरेस्ट को मापा था और इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 8,848.13 मीटर ऊपर बताई गई थी।
पिछले 16 सालों में ये एवरेस्ट की ऊंचाई के बारे में ठीक से पता लगाने को लेकर ये पहली गंभीर कोशिश थी। बता दें कि 1856 में पहली बार गणितज्ञ राधानाथ सिकदर ने ये पाया कि एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। वे तब भारतीय उपमहाद्वीप के मापने के काम में लगे हुए थे।