म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिम आतंकवादियों ने की थी 23 बच्चों, 10 महिलाओं समेत 99 हिंदुओं की हत्या: एमनेस्टी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: May 23, 2018 11:50 IST2018-05-23T11:21:53+5:302018-05-23T11:50:12+5:30
अगस्त 2017 से अब तक करीब सात लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से पलायन कर चुके हैं। म्यांमार की सेना पर रोहिंग्या मुसलमानों की सामूहिक हत्या करने के आरोप लगे थे।

Myanmar Rohingya Muslim Terrorists | Rohingya ARSA leader Attaullah
म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिम आतंकवादियों ने पिछले साल अगस्त में कई दर्जन हिंदुओं को मौत के घाट उतार दिया था। मानवाधिकार संगठने एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी (ARSA) ने 99 हिंदुओं को एक या दो अलग-अलग घटनाओं में मार दिया था। हालाँकि ARSA ने इन हत्याओं में अपना हाथ होने के आरोपों से इनकार किया है। एमनेस्टी की रिपोर्ट के अनुसार रोहिंग्या आतंकवादियों द्वारा म्यांमार की सेना के खिलाफ बगावत करने के शुरुआती दिनों में ही हिंदुओं की हत्या की गयी थी।
अगस्त 2017 से अब तक करीब सात लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से पलायन कर चुके हैं। म्यांमार (पुराना नाम बर्मा) की ज्यादातर आबादी बौद्ध धर्म की अनुयायी है। म्यांमार की सेना पर रोहिंग्या मुसलमानों का कत्लेआम के आरोप लगे थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार उसने बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में रहने वाले रोहिंग्या और म्यांमार के रखाइन प्रांत के रोहिंग्या से इंटरव्यू करके ये रिपोर्ट तैयार की है। रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमान सबसे ज्यादा हैं। रिपोर्ट के अनुसार अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी ने उत्तरी मौंगदा इलाके के गाँवों में रहने वाले हिंदुओं की सामूहिक हत्या कर दी थी। उस समय इन आतंकवादियों ने पुलिस थाने पर भी हमला किया था।
रिपोर्ट के अनुसार अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी ने कुछ अन्य मामलों में भी आम नागरिकों की हत्या की थी। रिपोर्ट में 26 अगस्त 2017 को अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी द्वारा "आह नौक खा मौंग सीक" नामक हिंदू गाँव पर हमले का विस्तृत ब्योरा दिया है। रिपोर्ट में लिखा गया है, "इस बर्बर और असंवेदनशील कृत्य में अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी के सदस्यों ने कई हिंदू महिलाओं, बच्चों और मर्दों को पकड़ कर उन्हें प्रताड़ित किया और बाद में गाँव के बाहर उनकी सामूहिक हत्या कर दी।" इस गाँव के बचे हुए हिंदुओं ने एमनेस्टी इंटरनेशनल को बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों की हत्या होते देखी और उनकी चीखें उनके कानों में गूँजती रही थीं।
रिपोर्ट के अनुसार अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी ने 23 बच्चों, 10 महिलाओं और 20 पुरुषों की हत्या कर दी। जिन बच्चों की अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी ने हत्या की उनमें से 14 की उम्र आठ साल से कम थी। एमनेस्टी के अनुसार पिछले सात सितम्बर में म्यांमार में चार सामूहिक कब्रें मिली थीं जिनसे 45 शव बरामद हुए थे। हालांकि पड़ोस के गाँव "ये बौक क्या" के मारे गये 46 हिंदुओं के शव अब तक नहीं मिले हैं।
साल 2014 की जनगणना के अनुसार म्यांमार में 87.9 प्रतिशत बौद्ध, 6.2 प्रतिशत ईसाई, 4.3 प्रतिशत मुसलमान और 0.5 प्रतिशत हिंदू थे। साल 2016 तक म्यांमार की कुल आबादी करीब 5.29 करोड़ है।
(ऊपर लगी तस्वीर में अराकान रोहिंग्या सैल्वेशन आर्मी का सरगना अताउल्लाह अपने दो साथियों के साथ दिख रहा है। तस्वीर यूट्यूब वीडियो से ली गयी है।)
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