अमेरिका ने किया दावा, यूक्रेन सीमा पर हमले के लिए रूस ने तैनात किए 40 फीसदी से ज्यादा सैनिक
By मनाली रस्तोगी | Updated: February 19, 2022 10:34 IST2022-02-19T10:32:56+5:302022-02-19T10:34:11+5:30
अमेरिका की ओर से ये दावा किया गया है कि हमला बोलने की स्थिति में यूक्रेन सीमा पर रूस ने 40 फीसदी सैनिक तैनात किए हैं।

अमेरिका ने किया दावा, यूक्रेन सीमा पर हमले के लिए रूस ने तैनात किए 40 फीसदी से ज्यादा सैनिक
वॉशिंगटन: एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन की सीमा पर 40 प्रतिशत से अधिक रूसी सेना अब हमले की स्थिति में है और मॉस्को ने अस्थिरता का अभियान शुरू कर दिया है। बता दें कि अमेरिका का अनुमान है कि कि रूस ने यूक्रेन की सीमाओं के पास 150,000 से अधिक सैनिकों को तैनात कर रखा है। वहीं, नाम ना बताने की शर्त पर अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि अमेरिका ने बुधवार से महत्वपूर्ण सैन्य हलचल देखा है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मीडिया से मुखातिब होते हुए अधिकारी ने कहा, "40 से 50 प्रतिशत रूसी सेना हमले की स्थिति में है। वो पिछले 48 घंटों से वहां सामरिक सैन्य जमावड़ा किए हुए हैं।" रूस-यूक्रेन सीमा के बगल क्षेत्र में सैन्य जमावड़ा बिंदु स्थित है। मालूम हो, सैन्य जमावड़ा बिंदु जहां सैन्य इकाइयां हमले से पहले स्थापित की जाती हैं। अधिकारी ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन की सीमा के करीब 125 बटालियन सामरिक समूहों का जमावड़ा किया था, जबकि सामान्य समय में यह 60 था और फरवरी की शुरुआत में 80 से ऊपर था।
अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन के दक्षिणपूर्वी डोनबास क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादियों और यूक्रेन सरकार की सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में वृद्धि और रूस और डोनबास में अधिकारियों के भड़काऊ दावों से पता चलता है कि "अस्थिरीकरण अभियान शुरू हो गया है।" बताते चलें कि वॉशिंगटन ने लगातार चेतावनी दे रहा है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने के बहाने क्षेत्र में एक घटना को उकसा सकता है या गढ़ सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एबीसी न्यूज के कार्यक्रम "दिस वीक" में बताया रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास कई विकल्प उपलब्ध हैं और वह जल्द हमला कर सकते हैं।
ऑस्टिन ने आगे कहा, "मुझे विश्वास नहीं है कि यह एक झांसा है। मुझे लगता है कि वह जानकर इकट्ठे हुए हैं। एक सफल आक्रमण करने के लिए आपको किस प्रकार की चीजों की आवश्यकता होगी?" मॉस्को इस बात से इनकार करता है कि उसके पास अपने पश्चिमी पड़ोसी पर हमला करने की योजना है, लेकिन यह गारंटी की मांग कर रहा है कि यूक्रेन कभी नाटो में शामिल नहीं होगा और पश्चिमी गठबंधन पूर्वी यूरोप से सेना को हटा देगा, पश्चिम ने इनकार कर दिया है। बता दें कि रूस ने साल 2014 में अलगाववादियों की सहानुभूति का उपयोग करते हुए यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर आक्रमण कर कब्ज़ा कर लिया था।