लाइव न्यूज़ :

अपना काम करने की वजह से रिकॉर्ड संख्या में पत्रकार जेल में

By भाषा | Updated: December 16, 2020 17:02 IST

Open in App

न्यूयॉर्क, 16 दिसंबर (एपी) वैश्विक स्तर पर इस महीने की शुरूआत में, अपने काम की वजह से 274 पत्रकारों को जेल जाना पड़ा है और उनमें से करीब तीन दर्जन पत्रकारों पर ‘फर्जी खबर’ देने का आरोप है। यह आंकड़ा ‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ ने जारी किया है।

कमेटी ने मंगलवार को कहा कि यह लगातार पांचवां ऐसा वर्ष है, जब कम से कम 250 पत्रकार हिरासत में हैं, जो कि सरकारों के दमनकारी कदमों को दर्शाता है।

पत्रकारों को जेल में रखने के मामले में चीन सबसे ऊपर है। इसके बाद तुर्की और मिस्र का स्थान है। वहीं बेलारूस और इथियोपिया में राजनीतिक गतिरोध की वजह से भी बड़ी संख्या में पत्रकार हिरासत में हैं।

कमेटी ने बताया कि इस साल अब तक 29 पत्रकार मारे जा चुके हैं, जो कि पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल 26 पत्रकार मारे गए थे। हालांकि यह आंकड़ा पिछले दशक के शुरुआती समय से कम है। 2012 और 2013 में 74 पत्रकार मारे गए थे।

समिति के एक पदाधिकारी कोर्टनी राडसश ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस साल संघर्ष क्षेत्रों में पत्रकारों की संख्या कम है, जहां वे संघर्ष का शिकार हो सकते हैं। इस साल अब तक 20 पत्रकार हत्या का शिकार हुए हैं।

अमेरिका प्रेस फ्रीडम ट्रेकर ने बताया कि इस महीने की शुरूआत में अमेरिका में किसी पत्रकार की न तो हत्या हुई है और न ही कोई अभी जेल में हैं। लेकिन 2020 में 110 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया और उन पर आपराधिक आरोप लगाए गए। वहीं 300 को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जिनमें से कई काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉइड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद नस्लीय न्याय को लेकर उभरे विरोध प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे थे।

कमेटी इस बात को लेकर चिंतित है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिका में ‘फर्जी खबरों’ को लेकर बार-बार दिए गए बयान की वजह से अन्य देशों के अधिनायकवादी नेता प्रभावित हो रहे हैं। पिछले कई वर्षों के मुकाबले अब ज्यादा पत्रकार जेल में हैं। कमेटी ने बताया कि 2005 में 131 और 2000 में यह संख्या 92 थी।

चीन में 47 पत्रकार जेल में हैं, जिनमें से तीन कोविड-19 महामारी पर सरकार के कदमों से जुड़ी खबरों के लिए जेल में हैं। वहीं मिस्र में 27 पत्रकारों को जेल में जाना पड़ा है, जिनमें से कम से कम तीन को कोविड-19 महामारी से जुड़ी खबरों के लिए जेल जाना पड़ा। वहीं मिस्र और होंडुरास में जेल में संक्रमित होने से पत्रकारों की मौत हो गई।

जेल जाने वाले पत्रकारों में से लगभग सभी अपने देश से संबंधित मामलों की रिपोर्टिंग कर रहे थे। कमेटी ने बताया कि जेल जाने वाले पत्रकारों में से 36 महिला पत्रकार हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतBMC Elections 2026: महायुति को बड़ा झटका, दो वार्डों में नॉमिनेशन रद्द, वोटिंग से पहले ही बाहर

भारत1992-बैच के IPS अधिकारी अजय सिंघल को नियुक्त किया गया हरियाणा का पुलिस महानिदेशक

क्रिकेट4 मैच और 5, 70, 22 और 24 रन, कप्तान पंत फिर फेल?, न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज नहीं खेलेंगे?, ओडिशा ने दिल्ली को 79 रन से हराया

भारतMaharashtra civic elections: 28 निगम, 893 वार्ड, 2869 सीट और 33,606 नामांकन पत्र, 15 जनवरी को मतदान, कई दल में टिकट को अंसतोष, महायुति और महागठबंधन में टक्कर

कारोबारसाल 2025 का आखिरी दिन, सोना और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट, डॉलर की मजबूती ने बढ़ाया दबाव

विश्व अधिक खबरें

विश्वNew Year 2026 Celebration: न्यूजीलैंड के ऑकलैंड से शुरू हुआ नए साल का जश्न, आतिशबाजी के साथ हुआ 2026 का स्वागत

विश्वढाका में खालिदा जिया के जनाजे से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने किया हैंडशेक

विश्वVIDEO: दुनिया नए साल के जश्न में डूबी, न्यूजीलैंड ने शानदार आतिशबाजी के साथ 2026 का स्वागत किया

विश्वWATCH: नए साल की पूर्व संध्या पर आतिशबाजी के लिए सिडनी हार्बर के पास जमा हुई भीड़, वीडियो वायरल

विश्वबांग्लादेश में खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान से मिले एस जयशंकर, पीएम मोदी को सौंपा शोक पत्र