जापान की राजकुमारी माको ने की आम नागरिक से शादी, शाही दर्जा खोया

By भाषा | Updated: October 26, 2021 16:35 IST2021-10-26T16:35:26+5:302021-10-26T16:35:26+5:30

Japan's Princess Mako marries commoner, loses royal status | जापान की राजकुमारी माको ने की आम नागरिक से शादी, शाही दर्जा खोया

जापान की राजकुमारी माको ने की आम नागरिक से शादी, शाही दर्जा खोया

तोक्यो, 26 अक्टूबर (एपी) जापान की राजकुमारी माको ने एक आम नागरिक से शादी कर ली है, जिसके चलते उन्होंने अपना शाही दर्जा खो दिया है। हालांकि राजकुमारी के विवाह और उनका शाही दर्जा खत्म करने के मुद्दे पर जनता की राय बंटी हुई है।

‘इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी’ ने बताया कि माको और उनके प्रेमी केई कोमुरो के शादी के दस्तावेज मंगलवार सुबह महल के एक अधिकारी ने प्रस्तुत किए। टेलीविजन पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में माको ने कहा, ‘‘मेरे लिए केई बेशकीमती है। अपने प्रेम को मूर्त रूप देने के लिए हमारे लिए विवाह जरूरी था।’’ कोमुरो ने इसके जवाब में कहा, ‘‘मैं माको से प्रेम करता हूं और मैं जीवन को अपने प्यार के साथ बिताना चाहता हूं।’’ कोमुरो ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह और माको खुशी और मुश्किल वक्त में एक दूसरे का साथ देंगे।

दंपति अपने नए जीवन को शुरू करने के लिए न्यूयॉर्क रवाना हो जाएगा। एजेंसी ने बताया कि महल के चिकित्सकों के अनुसार माको इस महीने की शुरुआत में तनाव से जूझ रही थीं, जिससे अब वह उबर रही हैं। अपनी शादी के बारे में नकारात्मक खबरों, खासकर कोमुरो को निशाना बनाए जाने के कारण माको काफी तनाव में थीं। विवाह के बाद किसी भोज का आयोजन नहीं होगा और न ही कोई अन्य रस्में होंगी।

माको (30) सम्राट नारुहितो की भतीजी हैं। वह और कोमुरो तोक्यो की ‘इंटरनेशनल क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी’ में साथ पढ़ते थे। उन्होंने सितंबर 2017 में विवाह की घोषणा की थी, लेकिन उसके दो महीने बाद कोमुरो की मां से जुड़ा एक वित्तीय विवाद सामने आने के कारण शादी को टाल दिया गया था। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या विवाद पूरी तरह से हल हो गया है या नहीं। 30 वर्षीय कोमुरो 2018 में कानून की पढ़ाई करने के लिए न्यूयॉर्क गए थे और पिछले महीने ही जापान लौटे।

जापान के शाही नियमों के अनुसार आम नागरिक से विवाह के बाद माको अब अपना शाही दर्जा खो चुकी हैं, उन्होंने अपने पति का उपनाम अपना लिया है। कानून के तहत विवाहित जोड़े का एक उपनाम का इस्तेमाल करना जरूरी है।

महल के अधिकारियों ने बताया कि माको ने 14 करोड़ येन (12.3 लाख डॉलर) लेने से भी मना कर दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शाही परिवार की वह पहली सदस्य हैं, जिन्होंने एक आम नागरिक से शादी करते समय उपहार के तौर पर कोई धन नहीं लिया।

मंगलवार सुबह वह हल्के नीले रंग की पोशाक पहने और हाथ में एक गुलदस्ता लिए महल से बाहर आईं। वहां वह अपने माता-पिता क्राउन प्रिंस अकिशिनो, क्राउन प्रिंसेस किको और अपनी बहन काको से मिलीं।

‘इंपीरियल हाउस’ कानून के अनुसार, शाही परिवार की महिला सदस्यों के एक आम नागरिक से शादी करने पर, उन्हें अपना शाही दर्जा खोना पड़ता है। इस प्रथा के कारण शाही परिवार के सदस्य कम होते जा रहे हैं और सिंहासन के उत्तराधिकारियों की कमी है। नारुहितो के बाद, उत्तराधिकार की दौड़ में केवल अकिशिनो और उनके पुत्र प्रिंस हिसाहिटो हैं।

सरकार द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों की एक समिति इस संबंध में चर्चा कर रही है, लेकिन रूढ़िवादी अब भी महिला उत्तराधिकार या महिला सदस्यों को शाही परिवार का मुखिया ना बनाने पर अड़े हैं।

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Web Title: Japan's Princess Mako marries commoner, loses royal status

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