इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में इसलिए साथ पहुंचे जापान और अमेरिका के एस्ट्रोनोट
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: February 16, 2018 19:55 IST2018-02-16T19:32:12+5:302018-02-16T19:55:21+5:30
दोनों ही एस्ट्रोनोट शुक्रवार को सुबह 7:00 बजे एक अंतरिक्ष यान की मरम्मत करने के लिए इंटरनेशन स्पेस सेंटर में पहुंचे।

इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में इसलिए साथ पहुंचे जापान और अमेरिका के एस्ट्रोनोट
अमेरिका, 16 फरवरी: जापान और अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्रियों की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में चहल कदमी करने की तस्वीरें सामने आई है। इनमें जापानी एयरोस्पेस एजेंसी (JAXA) की ओर से स्पेस सेंटर में जाने वाले एस्ट्रोनोट नौरोशाई कनाई पहले शख्स है। वहीं अमेरिकी स्पेस सेंटर (NASA) के अंतरिक्ष यात्री मार्क वंदे इंटननेशन स्पेस में इससे पहले तीन बार चहल कदमी कर चुके हैं।
दरअसल दोनों ही एस्ट्रोनोट शुक्रवार को सुबह 7:00 बजे एक अंतरिक्ष यान की मरम्मत करने के लिए इंटरनेशन स्पेस सेंटर में पहुंचे। इस दौरान इन्हें अंतरिक्षयान में कुछ उपकरणों की स्टोरेज के लिए स्पेसवॉक करते देखा जा सकता है। 41 वर्षीय एस्ट्रोनोट नौरोशाई कनाई एक चिकित्सक और गोताखोर भी हैं, उन्हें 'नीमो' के नाम से भी जाना जाता है। कनाई का जन्म टोक्यो में हुआ था और वह जापान आर्मी में लेफ्टिनेंट रह चुके हैं, वह 2009 में एस्ट्रोनोट बने।
कनाई इससे पहले 2015 में नासा के एक्सट्रीम पर्यावरण मिशन (नीमो) के तहत चलाए गए एक ऑपरेशन का भी हिस्सा रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने फ्लोरिडा के समुद्र के अंदर एक प्रयोगशाला में करीब 13 दिन बिताए थे। कनाई स्पेसवॉक करने वाले चौथे जापानी अंतरिक्ष यात्री हैं। दोनो एस्ट्रोनोट्स (Canadarm2) कनाडा द्वारा निर्मित किए गए रोबोट के पार्ट्स की रिपेयरिंग करने और उसकी जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने स्पेस सेंटर के कंपोनेंट्स की जांच की।