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जयशंकर ने केन्या के शीर्ष नेतृत्व से की मुलाकात, महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

By भाषा | Updated: June 14, 2021 23:50 IST

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नैरोबी, 14 जून विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को केन्या के शीर्ष नेतृत्व के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति समेत वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। दोनों देशों ने साझा प्रयासों के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र की अधिक सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने के महत्व को भी स्वीकार किया।

पूर्वी अफ्रीकी देश के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को केन्या आए जयशंकर ने केन्या के राष्ट्रपति उहुरू केन्याटा से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र सौंपा।

बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति को आश्वस्त किया कि लोगों के आपसी संपर्क बढ़ाने और कारोबारी संबंध प्रगाढ़ करने का हमारा भी लक्ष्य है। हमारी रक्षा भागीदारी ने हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा में योगदान दिया है। हम आगे और साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हैं।’’

जयशंकर ने केन्या के शीर्ष मंत्रियों के साथ दोनों देशों के बीच व्यापक साझेदारी के निर्माण को लेकर भी चर्चा की। केन्या की विदेश मंत्री रशैल ओमामो की अध्यक्षता में हुई बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की गई।

इस बैठक में केन्या की रक्षा मंत्री मोनिका जुमा, व्यापार एवं उद्योग मंत्री बैटी सी मैना, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री जोए म्यूचेरी ईजीएच, ऊर्जा मंत्री चार्ल्स केटेर, सहायक वित्त मंत्री नेल्सन जी., सहायक स्वास्थ्य मंत्री राशिद अब्दी अमान तथा गृह मंत्री एंग कारांजा किबिचो शामिल हुए।

बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट कर वरिष्ठ मंत्रियों के मूल्यवान योगदान के लिए उनका आभार जाताया और उनके ‘‘विचार, उत्साह तथा संकल्प’’ की सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक में आज व्यापक साझेदारी के निर्माण को लेकर चर्चा की। विदेश मंत्री रशैल ओमामो बैठक की अध्यक्षता करने के लिए आपका शुक्रिया।’’

इससे पहले, विदेश मंत्री एस. जयशंकर का केन्या में भारतीय समुदाय के विभिन्न वर्गों के साथ ‘‘सार्थक’’ ऑनलाइन संवाद हुआ।

शनिवार को जयशंकर और उनकी केन्याई समकक्ष रशैल ओमामो ने दोनों देशों के बीच ‘द्विपक्षीय सहयोग’ पर ‘सार्थक बातचीत’ की। इन संबंधों को आगे ले जाने का काम एक संयुक्त आयोग करेगा। वार्ता के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया था, ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दोनों सदस्यों के लिए उपयुक्त क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से बातचीत हुई। एक ऐतिहासिक एकजुटता आज एक आधुनिक साझेदारी बन गई है।’’

वर्तमान में भारत और केन्या सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं और वे राष्ट्रमंडल के भी सदस्य हैं। केन्या अफ्रीकी संघ का सक्रिय सदस्य है जिसके भारत के साथ लंबे समय से संबंध रहे हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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