जयशंकर ने ईरान के रईसी से तेहरान में मुलाकात की, प्रधानमंत्री मोदी का व्यक्तिगत संदेश सौंपा
By भाषा | Updated: July 7, 2021 20:57 IST2021-07-07T20:57:51+5:302021-07-07T20:57:51+5:30

जयशंकर ने ईरान के रईसी से तेहरान में मुलाकात की, प्रधानमंत्री मोदी का व्यक्तिगत संदेश सौंपा
तेहरान/नयी दिल्ली, सात जुलाई विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की और रूस जाते समय तेहरान में एक ठहराव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक व्यक्तिगत संदेश उन्हें सौंपा।
पूर्व न्यायपालिका प्रमुख रईसी ने जून में ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी। वह अगस्त की शुरुआत में पद्भार ग्रहण करेंगे।
जयशंकर ने रईसी के साथ अपनी तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ‘‘निर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी को उनका भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला एक व्यक्तिगत संदेश सौंपा। हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग का विस्तार करने के लिए उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को गहराई से महत्व देते हैं।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने रईसी को बधाई दी थी और कहा था कि वह भारत तथा ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं। मोदी ने ट्वीट किया था, ‘‘इब्राहीम रईसी को इस्लामिक गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर बधाई। मैं भारत और ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हूं।’’
तेहरान में अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान, जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष जवाद जरीफ के साथ भी बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय विकास के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री जरीफ की ओर से हमेशा गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है। क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर उपयोगी चर्चा हुई।’’
नई दिल्ली में ईरानी दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ईरानी विदेश मंत्री जरीफ ने तेहरान में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।’’ इसके बाद तेहरान में भारतीय दूतावास ने इसे रीट्वीट किया।
जयशंकर द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के साथ साथ प्रमुख क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श करने के लिए रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर गये हैं।
सूत्रों ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए आधार तैयार करना और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करना है।
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