लाइव न्यूज़ :

इजराइल के अरबपति व्यक्ति के पोत पर हमला : ब्रिटिश सैन्य समूह

By भाषा | Updated: July 30, 2021 19:06 IST

Open in App

दुबई, 30 जुलाई (एपी) अरब सागर में ओमान के तट के निकट इजराइल के एक अरबपति व्यक्ति से संबंधित तेल टैंकर पर हमला हुआ है। तेल टैंकर का प्रबंधन करने वाली कंपनी ने कहा कि हमले में चालक दल के दो सदस्य मारे गये जो ब्रिटेन और रोमानिया के निवासी थे।

हमला बृहस्पतिवार रात को तेल टैंकर ‘मेरसर स्ट्रीट’ को निशाना बना कर किया गया। यह घटना बृहस्पतिवार देर रात को ओमान के मासिरा द्वीप के उत्तरपूर्व में हुई। यह स्थान ओमान की राजधानी मस्कट से 300 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर है।

इजराइल के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि नहीं की है। हालांकि यह कथित घटना ऐसे वक्त हुई है जब इजराइल और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है और विश्व शक्तियों के साथ तेहरान के परमाणु समझौते पर गतिरोध बना हुआ है। बीते महीनों में इजराइल से संबंधित अन्य पोतों पर भी हमले हुए हैं। दोनों देशों के बीच छद्म युद्ध जारी है और इजराइल के अधिकारियों ने इन हमलों के पीछे ईरान को जिम्मेदार ठहराया है।

ब्रिटेन की सेना की इकाई ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स’ की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया कि घटना की जांच चल रही है। इसमें बताया गया कि यह घटना बृहस्पतिवार देर रात को ओमान के मासिरा द्वीप के उत्तरपूर्व में हुई।

बयान में इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन अन्य सूत्रों के अनुसार उन्हें हमले में समुद्री डकैती होने का संदेह नहीं है। बृहस्पतिवार को ब्रिटेन की सेना के समूह ने कहा था कि वह इसी इलाके में एक और घटना की जांच कर रहा है।

इजराइल के अरबपति ऐयर ऑफेर के जोडिएक समूह के लंदन स्थित जोडिएक मैनेजमेंट की ओर से वक्तव्य जारी करके कहा गया कि पोत ‘मेरसर स्ट्रीट’ नाम का तेल टैंकर है और यह जापान का है। इससे पहले ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने पोत के मालिकों के बारे में जो जानकारी दी थी वह गलत थी। जोडिएक मैरीटाइम ने हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दिए बगैर इसे ‘‘समुद्री डकैती’’ बताया।

वक्तव्य में कहा गया कि घटना के वक्त पोत उत्तरी हिंद सागर में था और दार ए सलाम से फुजैरा जा रहा था। इस पर माल नहीं लदा था।

ओमान ने तत्काल हमले की बात नहीं स्वीकारी है। पश्चिम एशिया के समुद्री क्षेत्र में गश्त करने वाले अमेरिकी नौसेना के पांचवें बेड़े ने भी इस बारे में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब ईरान के परमाणु समझौते को लेकर तनाव बढ़ गया है और इसे बहाल करने को लेकर विएना में चल रही बातचीत रुक गई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2018 में एकपक्षीय तरीके से समझौते से हट गए थे जिसके बाद से क्षेत्र में जहाजों पर अनेक हमले हुए हैं और इनका संदेह तेहरान पर जाता रहा है।

ईरान की मीडिया ने हमले के बारे में विदेशी खबरों का हवाला दिया है, लेकिन विस्तार से जानकारी नहीं दी है। हमला उस रात हुआ है जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कुवैत में ईरान को चेतावनी दी कि वियना में परमाणु समझौते को लेकर वार्ता ‘‘अनिश्चित काल तक नहीं चल सकती है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्व'हमने अल्लाह की मदद आते हुए देखी': भारत-पाक संघर्ष पर पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिम मुनीर

भारतसरकारें आती-जाती रहती हैं, धर्म हमेशा रहता है, मोहन भागवत

विश्वबांग्लादेश में दीपू चंद्र दास लिंचिंग मामले में आया चौंकाने वाला मोड़, ईशनिंदा के कोई सबूत नहीं

भारतबांग्लादेश में हिन्दू युवा के साथ हुई हिंसा के लिए बिहार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने पाकिस्तान को ठहराया जिम्मेवार, कहा- भारत की शांति में खलल पैदा करना चाहता है

भारतUP Govt Budget 2025: योगी सरकार लायी ₹24496.98 करोड़ का अनुपूरक बजट, राज्य के बजट का आकार बढ़कर ₹8,65,079.31 करोड़ हुआ

विश्व अधिक खबरें

विश्वBangladesh Political Crisis: उस्मान हादी की हत्या के बाद, जातीय श्रमिक शक्ति नेता मोतालेब शिकदर को सिर पर मारी गई गोली

विश्व34 लोगों को ले जा रही बस टोल रोड पर नियंत्रण खो बैठी और कंक्रीट से टकराने के बाद पलटी, 16 की मौत, 5 की हालत गंभीर और 13 नाजुक

विश्वकौन थे अभिनेता जेम्स रैनसन?, 'द वायर' में जिगी सोबोटका की भूमिका निभाने वाले अभिनेता ने 46 साल में की आत्महत्या

विश्वBangladesh Violence: भारत के खिलाफ बांग्लादेश में षड्यंत्र

विश्वVIDEO: दीपू चंद्र दास की लिंचिंग के बाद, बांग्लादेश में 'कलावा' पहनने पर एक हिंदू रिक्शा चालक पर भीड़ ने किया हमला