इजराइली हवाई हमले में छह की मौत, गाजा में बड़ा घर क्षतिग्रस्त
By भाषा | Updated: May 19, 2021 19:26 IST2021-05-19T19:26:38+5:302021-05-19T19:26:38+5:30

इजराइली हवाई हमले में छह की मौत, गाजा में बड़ा घर क्षतिग्रस्त
गाजा सिटी, 19 मई (एपी) इजराइल के हवाई हमले में बुधवार की सुबह गाजा पट्टी में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और तीन दर्जन से ज्यादा सदस्यों वाले परिवार का एक बड़ा घर तबाह हो गय।
सेना ने बताया कि हमास शासित क्षेत्र से लगातार रॉकेट हमले के बीच उसने दक्षिण में उग्रवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया।
हमले में 40 सदस्यों वाले अल-अस्तल परिवार का घर तबाह हो गया। निवासियों ने बताया कि हवाई हमले से पांच मिनट पहले दक्षिणी शहर खान यूनुस के भवन पर चेतावनी स्वरूप मिसाइल दागी गयी, जिससे परिवार का हर सदस्य वहां से भागने में सफल रहा।
यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अहमद अल अस्तल ने हवाई हमले से पहले खौफ के माहौल का वर्णन करते हुए कहा कि महिलाएं, बच्चे और पुरुष भवन से बाहर भागते नजर आए। कुछ महिलाएं अपना सिर भी नहीं ढंक पाईं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सड़कों पर आए ही थे कि बमबारी शुरू हो गई। वे सिर्फ विनाश कर रहे हैं, बच्चे सड़कों पर रो रहे हैं... यह हो रहा है और कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं है। अब भगवान ही हमारी रक्षा करेंगे।’’
इजराइल की सेना ने कहा कि उसने खान यूनुस और राफा में आतंकवादियों के सुरंग नेटवर्क को निशाना बनाया और 25 मिनट में 52 विमानों ने 40 ठिकानों पर बमबारी की। गाजा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमलों में एक महिला की मौत हो गई और आठ लोग जख्मी हो गए।
हमास के अल-अक्सा रेडियो ने बताया कि गाजा सिटी में हवाई हमले में उसके एक संवाददाता की मौत हो गई।
शिफा अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा कि बुधवार की सुबह लाए गए पांच शवों में संवाददाता का शव भी था। इनमें दो लोगों की मौत चेतावनी वाली मिसाइल के उनके अपार्टमेंट से टकराने के कारण हुई।
ये हमले तब हुए हैं जब संघर्ष विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हुए हैं। फलस्तीनी क्षेत्र गाजा पर इस्लामिक आतंकवादी समूह हमास का शासन है, जहां पिछले 14 वर्षों से घेराबंदी के कारण वहां के ढांचे पहले ही काफी कमजोर हो चुके हैं।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बाइडन प्रशासन इजराइल को गाजा पर बमबारी रोकने के लिए निजी तौर पर आग्रह कर रहा है।
मिस्र के वार्ताकार भी लड़ाई रोकने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें खास प्रगति हासिल नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल को उम्मीद है कि ‘‘जल्द’’ शांति बहाल होगी लेकिन उन्होंने हमला और तेज होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया।
उन्होंने विदेशी राजदूतों से कहा, ‘‘आप या तो उन्हें जीत सकते हैं या उन्हें रोक सकते हैं। हम फिलहाल उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन मुझे कहना है कि हम किसी भी चीज से इंकार नहीं कर सकते हैं।’’
इस बीच सेना के अधिकारियों ने बताया कि लड़ाई के पहले दिन एक रहस्यमयी विस्फोट में फलस्तीनी के एक परिवार के आठ सदस्य मारे गए थे। उन्होंने कहा कि गाजा की तरफ से दागे गए रॉकेट के गलत फायर होने के कारण यह घटना हुई थी।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कोनरीकस ने कहा, ‘‘यह इजराइली हमला नहीं था।’’
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में दस मई को इजराइल की पुलिस द्वारा कठोरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में यरूशलम की तरफ हमास द्वारा जब लंबी दूरी वाले रॉकेट दागे गए उसके बाद दोनों पक्षों के बीच लड़ाई शुरू हुई।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हवाई हमलों में कम से कम 219 फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं जिनमें 63 बच्चे और 36 महिलाएं शामिल हैं। हमले में 1530 व्यक्ति घायल हुए हैं। हमास और इस्लामिक जेहाद का कहना है कि उनके 20 लड़ाके मारे गए हैं जबकि इजराइल का कहना है कि यह संख्या कम से कम 130 है।
रॉकेट हमलों में इजराइल के 12 लोगों की मौत हुई है जिनमें पांच वर्ष का एक लड़का भी शामिल है।
इजराइल की सेना ने बताया कि वह हमास आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई हमले कर रही है जबकि फलस्तीन के आतंकवादियों ने इजराइल पर 3700 से अधिक रॉकेट दागे हैं। इजराइल ने कहा कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने 90 फीसदी रॉकेट नष्ट कर दिए।
गाजा की 20 लाख आबादी को दवाओं, ईंधन और पानी की आपूर्ति कम पड़ती जा रही है और हमास द्वारा 2007 में वहां सत्ता पर काबिज होने के बाद से इजराइल एवं मिस्र ने इलाके की नाकाबंदी की हुई है। करीब 47 हजार फलस्तीनी नागरिक अपना घर-बार छोड़कर फरार हो गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि इजराइली हमले में कम से कम18 अस्पताल और क्लीनिक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और आधे से अधिक आवश्यक दवाओं की कमी हो गई है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइली हवाई हमले के बाद उसने कोरोना वायरस के टीके बचाकर किसी और क्लीनिक पर स्थानांतरित कर दिये हैं। हमले में क्षेत्र में एक मात्र जांच सुविधा वाला केंद्र क्षतिग्रस्त हो गया।
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