तेल अवीव/गाजा: इजरायल बीते शनिवार से फिलिस्तीन समर्थित हमास के लड़ाकों से युद्ध में उलझा हुआ है। पूरे विश्व की निगाहें इस समय इजरायल पर ठहरी हुई हैं। ताजा जानकारी के अनुसार इजरायल के सख्त हमले के खिलाफ बेहद मजबूती से लड़ रहे हमास के लड़ाकों ने ऐलान कर दिया है कि वो इस युद्ध को लंबे समय तक लड़ने के लिए तैयार हैं।
अब की मिली सूचना के अनुसार फिलिस्तीनी समर्थित हमास के हमले में बीते शनिवार से अब तक इजराइल और फिलिस्तीन दोनों ही पक्षों की ओर से कम से कम 1,100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग हजारों लोग घायल बताए जा रहा है।
इजरायल सरकार ने बीते शनिवार को हुए हमले के बाद सोमवार को औपचारिक रूप से फिलिस्तीन और हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास ने इस युद्ध को शुरू किया है लेकिन इजरायल उन्हें बर्बाद करके इसे खत्म करेगा। उन्होंने कहा, "हमने हमास पर हमला करना शुरू किया है। आने वाले दिनों में इजरायल अपने दुश्मनों के साथ जो करेगा उसका असर पीढ़ियों तक रहेगा।"
युद्ध के ऐलान के बाद इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ "महत्वपूर्ण सैन्य कदम उठाने के लिए झंडी दे दी है। जिसके बाद से सेना ने हमास पर हमले के लिए लगभग 300,000 सैनिकों को बुलाया। इसके अलावा इज़राइल बड़े पैमाने पर हमास के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा है, जिसमें उसने लगभग 400 हमास लड़ाकों के मारे जाने का दावा किया है।
वहीं दूसरी ओर गाजा स्थित फिलिस्तीन समर्थित हमास लड़ाकों ने मंगलवार को लंदन के समाचार पत्र गार्जियन से कहा कि वे इजरायल के खिलाफ लंबे युद्ध की संभावना के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
इस बीच थाईलैंड के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हमास-इजरायल युद्ध के संबंध में मंगलवार को कहा कि उनके पास मिले नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इज़राइल में बीते शनिवार को हुए हमले में अब तत कुल 18 थाई नागरिकों की मौत हुई है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से एक सनसनीखेज दावा किया है। एजेंसी ने बताया है कि कतर मध्यस्थों ने इजरायल की जेलों में बंद 36 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों की रिहाई के बदले में गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाई गईं इजरायली महिलाओं और बच्चों की रिहाई के लिए बातचीत शुरू की है।
मौके से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार हमास ने बीते शनिवार को शुरू किये हमले में अब तक लगभग 130 से अधिक इजरायली और अन्य देशों के नागरिकों को बंधक बना लिया है और बंधकों की एवज में वो इजरायल सरकार पर दबाव डालने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही यह भी पता चला है कि इजरायल सरकार ने दक्षिणी इज़रायल के अश्कलोन में गाजापट्टी से हो रही भयंकर गोलीबारी को देखते हुए वहां से अपने नागरिकों को दूसरी जगह विस्थापित कर दिया है।