Israel-Hamas War: नेतन्याहू ने संघर्ष-विराम की मांग को फिर खारिज किया, गाजा में लड़ाई तेज हुई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 12, 2023 16:25 IST2023-11-12T16:24:01+5:302023-11-12T16:25:32+5:30
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को शनिवार को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई ‘‘पूरी ताकत’’ के साथ जारी रहेगी।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू
Israel-Hamas War: इजराइल ने गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पताल के पास अपने सैनिकों और हमास लड़ाकों में भीषण लड़ाई के बीच क्षेत्र में शनिवार को पूरी रात और रविवार सुबह बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए और गोले बरसाए। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में बिजली आपूर्ति ठप पड़ने और अहम चीजों की उपलब्धता घटने के बीच हजारों चिकित्साकर्मी, मरीज और विस्थापित लोग फंसे हुए हैं।
इससे पहले, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को शनिवार को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई ‘‘पूरी ताकत’’ के साथ जारी रहेगी। टेलीविजन पर दिए संबोधन में नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि संघर्ष-विराम तभी संभव है, जब गाजा में चरमपंथियों द्वारा बंधक बनाए गए 239 लोगों को रिहा किया जाएगा।
इजराइल ने गाजा में हमास के 16 साल के शासन को खत्म करने और उसकी सैन्य क्षमताओं को कुचलने का संकल्प लिया है। उसने क्षेत्र में फंसे 23 लाख फलस्तीनियों पर युद्ध से पड़ने वाले असर के लिए हमास चरमपंथियों को दोषी ठहराया है। युद्ध के छठे हफ्ते में प्रवेश करने के साथ ही इजराइल पर अस्थाई संघर्ष-विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। शनिवार को सऊदी अरब में 57 देशों के मुस्लिम और अरब नेताओं की एक बैठक में युद्ध समाप्त करने का आह्वान किया गया। वहीं, लंदन में लगभग 3,00,000 फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्वक मार्च निकाला। यह इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से शहर में सबसे बड़ा प्रदर्शन है।
नेतन्याहू ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि युद्ध के बाद गाजा का असैनिकीकरण किया जाएगा और इजराइल क्षेत्र में अपना सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखेगा। यह रुख इजराइल के निकटतम सहयोगी अमेरिका द्वारा युद्ध के बाद के परिदृश्यों को लेकर व्यक्त किए गए विचारों के विपरीत है। अमेरिका ने कहा था कि वह क्षेत्र के फिर से इजराइल के कब्जे में जाने का विरोध करता है। यह पूछे जाने पर कि सुरक्षा नियंत्रण से उनका क्या मतलब है, नेतन्याहू ने कहा कि चरमपंथियों को पकड़ने के लिए जब जरूरी हो, इजराइली सेना गाजा में प्रवेश करने में सक्षम होनी चाहिए।