तेहरान, 23 सितंबर: दक्षिण-पश्चिमी ईरान में सैनिकों की वर्दी पहने आतंकवादियों ने एक वार्षिक ईरानी सैन्य परेड पर गोलीबारी की जिसमें कम से कम 25 लोग मारे गए और 60 से ज्यादा घायल हो गए। पिछले करीब एक दशक में ईरान में हुआ यह सबसे जानलेवा आतंकवादी हमला है। रात के वक्त तेल की पाइपलाइनों पर हमलों के लिए कुख्यात क्षेत्र के अरब अलगाववादियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
ऐसा लग रहा है कि ईरान के अधिकारी अलगाववादियों के दावे पर यकीन कर रहे हैं। ईरान ने हमले को अंजाम देने वाले ‘‘आतंकवादी संगठनों के सदस्यों’’ को कथित तौर पर पनाह देने को लेकर रविवार को ब्रिटेन, डेनमार्क और नीदरलैंड्स के राजनयिकों को तलब किया।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ अलगाववादियों को धन और हथियार मुहैया कराने के लिए क्षेत्र के देशों और उनके ‘‘अमेरिकी आकाओं’’ को जिम्मेदार ठहराया। ईरान परमाणु करार से अमेरिका के पीछे हटने के बाद क्षेत्र में व्याप्त तनाव के बीच जरीफ ने चेतावनी देते हुए ट्वीट किया, ‘‘ईरानी जिंदगियों की हिफाजत के लिए ईरान तेजी से और निर्णायक तरीके से कार्रवाई करेगा।’’ यह हमला उस वक्त हुआ जब रेवोल्यूशनरी गार्ड के जवान अहवाज के कुद्स की तरफ मार्च कर रहे थे।