इंडोनेशियाई गोताखोरों ने दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग 737-500 के मलबे का रविवार को पता लग लिया है। उन्हें शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान का मलबा जावा सागर में 23 मीटर की गहराई में मिला है, जिसमें 62 यात्री सवार थे।
विमान हादसे के कारणों का अब तक नहीं पता
शनिवार दोपहर विमान का संपर्क टूटने के बाद नौसेना के पोतों को सोनार संकेत मिले जिसके बाद श्रीविजय एयरलाइंस के विमान को तलाश करने में कामयाबी मिली। अभी तक विमान हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है और न ही उसमें सवार किसी के जिंदा होने के संकेत मिले हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने विमान हादसे पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया विमान हादसे पर रविवार को दुख जताया और इसमें मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘‘इंडोनेशिया में दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में भारत, इंडोनेशिया के साथ खड़ा है।’’
विमान ने जकार्ता से भरी थी उड़ान
विमान ने जकार्ता से पोंटियानक के लिए उड़ान भरी थी, जो इंडोनेशिया के बोर्नियो द्वीप स्थित पश्चिम कालीमंतन प्रांत की राजधानी है। इस उड़ान की अवधि करीब 90 मिनट थी। विमान में 50 यात्रियों के अलावा चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। सभी इंडोनेशिया के नागरिक हैं। यह 26 साल पुराना विमान था।
साल 2018 में भी हुआ था प्लेन क्रैश
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2018 में जकार्ता से उड़ान भरने के चंद मिनट बाद ही लायन एयर का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान जावा समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार 189 लोगों की मौत हो गई थी।
शनिवार को लापता हुआ विमान स्वचालित उड़ान संचालन प्रणाली से लैस नहीं था, जोकि लायन एयर के विमान की दुर्घटना में अहम वजह रहा था। श्रीविजय एयर इंडोनेशिया की किफायती उड़ान सेवाओं में शामिल है, जोकि दर्जनों घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती है।