पाकिस्तान के PM इमरान खान ने फ्रांस के राष्ट्रपति को फोन करके कश्मीर का दुखड़ा रोया, कोई नहीं दे रहा है साथ
By भाषा | Updated: August 29, 2019 06:21 IST2019-08-29T06:16:19+5:302019-08-29T06:21:57+5:30
मैक्रों ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाना चाहिये और किसी भी तीसरे पक्ष को क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा नहीं भड़कानी चाहिए।

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को फोन करके उन्हें कश्मीर के हालात से अवगत कराया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि खान ने मैक्रों से कहा कि भारत द्वारा की गई कार्रवाई से क्षेत्र में "शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न" हुआ है।
मैक्रों ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाना चाहिये और किसी भी तीसरे पक्ष को क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा नहीं भड़कानी चाहिए।
मैक्रों ने पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के बाद एक संयुक्त प्रेस बयान में कहा था, "मैं कुछ दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि बातचीत द्विपक्षीय स्तर पर होनी चाहिये।" बयान के अनुसार मैक्रों ने बुधवार को खान से कहा कि सभी मुद्दे "शांतिपूर्ण तरीके" से हल किये जाने चाहिये। इसके अलावा खान ने जॉर्डन के नरेश अब्दुल्ला को फोन करके कश्मीर के हालात पर चर्चा की।
किंग अबुल्ला ने तनाव कम करने और बातचीत के जरिये कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को एक और पत्र लिखकर कश्मीर के ताजा घटनाक्रम से अवगत कराया।
विदेश कार्यालय ने कहा कि कुरैशी ने 16 अगस्त की सुरक्षा परिषद की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘परमाणु मुद्दे पर भारत की गैरजिम्मेदाराना और आक्रामक बयानबाजी के बारे में पाकिस्तान की चिंताएं दोहरायी।"