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पाबंदियों की अनदेखी कर थ्येनआनमन चौक पर एकत्रित हुए सैकड़ों लोग

By भाषा | Updated: June 4, 2021 21:23 IST

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हांगकांग, चार जून बीजिंग के थ्येनआनमन चौक पर 1989 में हुई घातक कार्रवाई की याद में वार्षिक कैंडललाइट मार्च पर रोक होने तथा दिन में इस मार्च के एक आयोजक को गिरफ्तार किये जाने के बावजूद शुक्रवार को हांगकांग के एक पार्क के पास सैकड़ों लोग एकत्रित हुए।

हांगकांग पुलिस ने सामाजिक दूरी संबंधी पाबंदियों का हवाला देते हुए लगातार दूसरे वर्ष मार्च पर पाबंदी लगाई। हालांकि, बीते छह हफ्ते से भी अधिक समय से यहां पर स्थानीय स्तर पर संक्रमण के कोई मामले सामने नहीं आए हैं।

इस मौके पर यहां के विक्टोरिया पार्क में हमेशा से मार्च होते आए हैं, इसलिए पुलिस ने यहां का बड़ा हिस्सा बंद कर दिया था और लोगों को चेतावनी दी थी कि वे अनधिकृत रूप से एकत्रित नहीं हों अन्यथा उन्हें जुर्माने अथवा पांच साल जेल की सजा हो सकती है।

लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी तथा भारी पुलिस बल के मौजूद रहने के बावजूद शुक्रवार रात को सैकड़ों लोग यहां आए और उन्होंने पार्क का चक्कर लगाया। रात को करीब आठ बजे इन लोगों ने अपने-अपने स्मार्ट फोन की लाइट जला ली जबकि कुछ ने उक्त घटना के पीड़ितों की याद में मोमबत्ती जलाई।

बीते कई वर्षों से हजारों लोग यहां घटना के पीड़ितों की याद में आते हैं। पिछले वर्ष भी पाबंदी के बावजूद हजारों लोग यहां आए थे, उन्होंने मोमबत्तियां जलाई थीं तथा गाने गाए थे।

चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने मुख्यभूमि में घटना की बरसी पर सार्वजनिक कार्यक्रम की कभी इजाजत नहीं दी। इस बार भी बीजिंग स्क्वेयर पर सुरक्षा बहुत बढ़ा दी गई।

हांगकांग में 2019 के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद से चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया है, जिसके तहत प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही प्राधिकारियों ने शहर के सभी मुखर और लोकतंत्र समर्थक शख्सियतों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से ज्यादातर या तो जेल में बंद हैं या शहर छोड़कर चले गए हैं।

पुलिस ने सालाना कैंडललाइट मार्च का आयोजन करने वाले हांगकांग अलायंस के उपाध्यक्ष चाउ हांग तुंग को शुक्रवार को इस घटना की बरसी वाले दिन गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, पुलिस ने चाउ की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की।

इस कार्यक्रम के लिए बनाए गए एक अस्थायी संग्रहालय को इस हफ्ते अचानक बंद कर दिया गया।

अमेरिका के विदेश विभाग ने घटना के पीड़ितों के पक्ष में खड़े लोगों के प्रति समर्थन जताते हुए एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया, ‘‘उस दिन क्या हुआ था उसके बारे में पारदर्शिता की मांग हमें कभी बंद नहीं करनी चाहिए। इस बारे में पूरी जानकारी दी जाए कि उस घटना में कितने लोग मारे गए थे, कितनों को हिरासत में लिया गया और कितने लापता हैं।’’

हालांकि, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिका के इस बयान को चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया और कहा कि अमेरिका को ‘‘पहले आईना देख लेना चाहिए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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