अगर अमेरिका नहीं करता पुतिन की मदद तो IS आतंक से दहल जाता रूस!
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: December 18, 2017 16:34 IST2017-12-18T16:32:04+5:302017-12-18T16:34:25+5:30
अगर अमेरिका, पुतिन की मदद नहीं करता तो शायद आईएस के आतंकवादी अपने मंसूबे को अंजाम तक पहुंचा देते।

अगर अमेरिका नहीं करता पुतिन की मदद तो IS आतंक से दहल जाता रूस!
रूस में एक बड़ा आतंकी हमला होने से टल गया है। अगर अमेरिका, पुतिन की मदद नहीं करता तो शायद आईएस के आतंकवादी अपने मंसूबे को अंजाम तक पहुंचा देते लेकिन अमेरिकी की खुफिया एजेंसी सीआईए ने एन मौके पर रूस में होने वाले हमले की गोपनीय जानकारी रूस के साथ साझा की। इसके बाद रशियन एजेंसी ने संयुक्त अभियान चलाकर इस हमले को नाकाम कर संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) द्वारा सेंट पीटर्सबर्ग में आतंकवादी हमले के प्रयासों को रोकने के लिए दी गई गोपनीय जानकारी के लिए आभार जताया। रूस की संघीय सुरक्षा सेवा ने शुक्रवार को कहा कि उसने इस सप्ताह की शुरुआत में इस्लामिक स्टेट के सात आतंकियों को हिरासत में लिया है, जो सैंट पीटर्सबर्ग स्थित गिरिजाघर कजान कैथ्रेडल को उड़ाने की साजिश रच रहे थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने क्रेमलिन के हवाले से कहा, "सीआईए द्वारा प्राप्त सूचना खोज व संदिग्धों को हिरासत में लेने के लिए काफी थी।" पुतिन ने ट्रंप से कहा कि रूसी विशेष सेवाएं अमेरिका और उसके नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी खतरों की जानकारी मिलने पर उसे तुरंत अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ साझा करेगा।
(इनपुट एजेंसी से भी)