हसीना ने रोहिंग्याओं को जल्द म्यांमा वापस भेजने में भारत से 'दमदार भूमिका' निभाने का अनुरोध किया
By भाषा | Updated: March 27, 2021 23:26 IST2021-03-27T23:26:41+5:302021-03-27T23:26:41+5:30

हसीना ने रोहिंग्याओं को जल्द म्यांमा वापस भेजने में भारत से 'दमदार भूमिका' निभाने का अनुरोध किया
(अनीस-उर-रहमान)
ढाका, 27 मार्च बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता के दौरान भारत से अनुरोध किया कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य होने के नाते विस्थापित रोहिग्याओं की शीघ्र म्यांमा वापसी में 'दमदार भूमिका' निभाए।
प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा के अवसर पर जारी संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता के दौरान म्यांमा के रखाइन राज्य से 11 लाख लोगों के बलपूर्वक विस्थापन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
बयान के अनुसार, दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने क्षेत्र की व्यापक सुरक्षा के लिये उन्हें सुरक्षित, शीघ्र और सतत प्रक्रिया के तहत वतन वापस भेजने के महत्व को रेखांकित किया।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत से अनुरोध किया कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य होने के नेता विस्थापित रोहिंग्याओं की शीघ्र म्यांमा वापसी में दमदार भूमिका निभाए।
संयुक्त बयान में कहा गया है, ''प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमा के रखाइन राज्य से बलपूर्वक विस्थापित 11 लाख लोगों को शरण तथा मानवीय सहायता प्रदान करने के लिये बांग्लादेश की दरियादिली की प्रशंसा की।''
प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रेस सचिव इशानुल करीम के अनुसार, हसीना ने कहा कि इन लोगों की यथाशीघ्र वापसी की आवश्यकता है क्योंकि मौजूदा स्थिति आतंकवादी गतिविधियों और नशीली दवाओं के व्यापार में उनकी भागीदारी का आधार बना सकती है।
इसके जवाब में मोदी ने हसीना से कहा कि उनका देश शरणार्थियों की सतत ढंग से स्थायी वापसी चाहता है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।