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'कोविड-19 मीडिया को ‘आवश्यक सेवा’ मानें सरकारें,' यूनेस्को की अपील

By भाषा | Updated: April 14, 2020 15:02 IST

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, अविश्वसनीय और गलत सूचनाएं पूरे विश्व में इस हद तक फैल रही हैं कि कुछ समालोचक कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी गलत सूचनाओं के इस नये अंबार को “सूचनाओं की महामारी” कह रहे हैं।

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ठळक मुद्देयूनेस्को सभी सरकारों से अपील की है यूनेस्को ने कहा-सरकारें मीडिया को आवश्यक सेवा के तौर पर पहचानें और समर्थन दें

संयुक्त राष्ट्र: यूनेस्को ने कोविड-19 संबंधी ‘गलत सूचनाओं की महामारी’ को रोकने के लिए सभी सरकारों को समाचार मीडिया को “आवश्यक सेवा” के तौर पर मान्यता देने और उसका समर्थन करने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) में संचार एवं सूचना संबंधी नीतियों एवं रणनीतियों के निदेशक गाय बर्जर ने यूएन न्यूज के साथ साक्षात्कार में कहा, “ऐसा बमुश्किल कोई इलाका बचा होगा जहां कोविड-19 संकट के संबंध में गलत सूचनाएं नहीं पहुंची होंगी, ये कोरोना वायरस की उत्पत्ति से लेकर, अप्रमाणित बचाव उपाय एवं ‘इलाज’ से लेकर सरकारों, कंपनियों, हस्तियों और अन्य द्वारा उठाए जा रहे कदमों तक से जुड़ी हुई हैं।’’

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, अविश्वसनीय और गलत सूचनाएं पूरे विश्व में इस हद तक फैल रही हैं कि कुछ समालोचक कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी गलत सूचनाओं के इस नये अंबार को “सूचनाओं की महामारी” कह रहे हैं। बर्जर ने कहा कि यूनेस्को खासकर सरकारों से अपील कर रही है कि, “वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध न लगाएं जो स्वतंत्र प्रेस की आवश्यक भूमिका को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि पत्रकारिता को गलत सूचनाओं के खिलाफ एक ताकत के रूप में पहचाने, उस स्थिति में भी जब वह ऐसी प्रमाणित सूचनाएं एवं राय प्रकाशित-प्रसारित करें जो सत्ता में मौजूद लोगों को नागवार गुजरती हो।”

उन्होंने कहा, “यह मानने के ठोस साक्ष्य हैं कि सरकारें मीडिया को इस वक्त आवश्यक सेवा के तौर पर पहचानें और समर्थन दें।’’ उन्होंने कहा कि इस वक्त जरूरत है कि सच्ची सूचना के प्रवाह को सुधारा जाए और सुनिश्चित करें कि मांग पूरी हो। बर्जर ने कहा, “हम रेखांकित कर रहे हैं कि सरकारों को अफवाह को रोकने के क्रम में ज्यादा पारदर्शी होना चाहिए और सूचना के अधिकार कानून एवं नीतियों के अनुरूप सक्रियता से ज्यादा डेटा सामने रखे।

आधिकारिक सूत्रों से सूचना तक पहुंच इस संकट में बहुत आवश्यक है।” उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, यह समाचार मीडिया द्वारा दी जाने वाली सूचना का विकल्प नहीं है इसलिए हम अधिकारियों को इस बात के लिए रजामंद करने के अपने प्रयासों को तेज कर रहे हैं कि गलत सूचना के खिलाफ जंग में सहयोगी के तौर पर मुक्त एवं पेशेवर पत्रकारिता को होने दें।” भाषा नेहा नरेश नरेश

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