श्रीलंका : राष्ट्रपति पद के चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी ने स्वीकारी हार, सजीत प्रेमदास ने दी राजपक्षे को बधाई
By भाषा | Published: November 17, 2019 11:25 AM2019-11-17T11:25:57+5:302019-11-17T11:25:57+5:30
प्रेमदास के बयान से पूर्व राजपक्षे के प्रवक्ता ने चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा से पहले दावा किया कि 70 वर्षीय सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल ने शनिवार को हुए चुनाव में जीत दर्ज की।
श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार सजीत प्रेमदास ने देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली और अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व रक्षा सचिव गोटबाया राजपक्षे को बधाई दी। प्रेमदास ने कहा, ‘‘लोगों के निर्णय का सम्मान करना और श्रीलंका के सातवें राष्ट्रपति के तौर पर चुने जाने के लिए गोटबाया राजपक्षे को बधाई देना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’’
प्रेमदास के बयान से पूर्व राजपक्षे के प्रवक्ता ने चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा से पहले दावा किया कि 70 वर्षीय सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल ने शनिवार को हुए चुनाव में जीत दर्ज की। इस पद के लिए 32 और उम्मीदवार मैदान में हैं। आयोग के अध्यक्ष महिंदा देशप्रिया ने बताया कि शनिवार को हुए मतदान में कुल 1.59 करोड़ मतदाताओं में से कम से कम 80 प्रतिशत मतदाताओं ने भाग लिया।
‘यूनाइटेड नेशनल पार्टी’ (यूएनपी) के प्रेमदासा (52) देश के पूर्व राष्ट्रपति रणसिंहे प्रेमदासा के पुत्र हैं। देश में 21 अप्रैल को हुए आत्मघाती बम हमलों के बाद यह चुनाव यूएनपी नीत सरकार की लोकप्रियता की परीक्षा है। इन हमलों में कम से कम 269 लोगों की मौत हो गई थी। इन हमलों को रोकने में नाकाम रहने पर सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। यह चुनाव ईस्टर संडे बम विस्फोट के बाद सुरक्षा चुनौतियों और बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण से जूझ रहे श्रीलंका का भविष्य तय करेगा।