ऑस्ट्रेलिया में सरकार ने न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया प्रांतों में जंगलों में लगी आग को देखते हुए आपात स्थिति घोषित करते हुए सड़कों को बंद कर दिया है और निवासियों, पर्यटकों को वहां से निकाला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में लगी भीषण आग से अब तक कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है और कई पर्यटक फंसे हुए हैं।
आस्ट्रेलिया में जंगलों में लगी आग समुद्र के किनारे बसे लोकप्रिय पर्यटक शहर मल्लकूटा तक पहुंच गई जिससे वहां छुट्टियां मनाने आए हजारों लोग और स्थानीय निवासी फंस गए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि मल्लकूटा शहर में चार हजार लोग फंस गए हैं।
गौरतलब है कि अधिकारी कई दिनों से ऑस्ट्रेलिया में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे 30,000 पर्यटकों से इलाके को खाली करने की चेतावनी दे रहे हैं। यह उन सैकड़ों इलाकों में से एक है जो जंगलों में लगी आग की चपेट में है।
घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे मॉरिसन से गुस्साए पीड़ितों ने हाथ नहीं मिलाया। एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘तुम्हें यहां से एक भी वोट नहीं मिलेगा, तुम मूर्ख हो।’’ मॉरिसन का 13 से 16 जनवरी तक भारत दौरा प्रस्तावित था जिसे रद्द कर दिया गया। मॉरिसन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें मॉरिसन पीड़ितों से जबरन हाथ मिलाते दिखे। एक युवती ने कहा- यहां लोग काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। हमें और ज्यादा सहायता की जरूरत है। वहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने अपना घर खो दिया, वे काफी दुखी हैं। यह उसी का रिएक्शन है।
न्यू साउथ वेल्स में आग लगने की वजह से 40 लाख हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गयी। प्रांत के प्रीमियर ग्लाडेस बेरेजिकलियान ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस का शुक्रिया कहा। उन्होंने लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि तापमान कई हिस्सों में 40 से ऊपर चला जाएगा। फंसे हुए पर्यटकों को भी निकाला जाना है। ’’
आग के कारण प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की उत्सर्जन घटाने की नीति के तहत पर्यावरण की रक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति अधिक संख्या में जहाजों और हेलिकॉप्टरों को काम में लगाने तथा अन्य मुद्दों पर विचार के लिए सोमवार को बैठक करेगी।
विक्टोरिया प्रांत में प्रशासन ने ईस्ट गिप्सलैंड खासकर राज्य के पूर्वोत्तर के लोगों को आग वाले क्षेत्र से निकल जाने की अपील की है क्योंकि आगामी दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है । विक्टोरिया के प्रीमियर डेनियल एंड्रयूज ने कहा कि माल्लाकूटा क्षेत्र में शुक्रवार से नौसेना के पोतों को काम में लगाया जाएगा। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि विक्टोरिया में 17 व्यक्ति के लापता होने की सूचना है।
सोशल मीडिया पर स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे जीवनरक्षक जैकेट पहन रहे हैं ताकि अगर आग से बचने की जरूरत पड़ी तो वह समुद्र में उतर सकें। न्यू साउथ वेल्स ग्रामीण दमकल सेवा ने बताया, ‘‘आग आज सुबह बहुत तेजी से फैल रही है। ये लोगों की जिंदगी पर गंभीर खतरा पैदा कर रही है। उसके रास्ते में न आए। जंगलों वाले इलाके से बचे। अगर रास्ता साफ है तो बड़े शहरों या समुद्र तटों की ओर जाए।’’ ऑस्ट्रेलिया में कई महीनों से जंगलों में आग लगी हुई है लेकिन लू और तेज हवाओं ने आग को और भड़का दिया है।