नाटो की सदस्यता के लिए फिनलैंड और स्वीडन ने दिया आवेदन, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उठाया गया ये कदम
By मनाली रस्तोगी | Updated: May 18, 2022 13:39 IST2022-05-18T13:37:58+5:302022-05-18T13:39:29+5:30
नाटो प्रमुख जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले से बढ़ी चिंताओं के बीच फिनलैंड और स्वीडन ने नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन दिया है।

नाटो की सदस्यता के लिए फिनलैंड और स्वीडन ने दिया आवेदन, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उठाया गया ये कदम
ब्रसेल्स: फिनलैंड और स्वीडन ने नाटो में शामिल होने के लिए आधिकारिक तौर पर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने बुधवार को अपना आवेदन दिया है। दोनों देशों द्वारा यह कदम यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के कारण बढ़ी चिंताओं के बीच सबसे बड़े सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए उठाया गया है।
दो नॉर्डिक देशों के राजदूतों से आवेदन प्राप्त करने के बाद स्टोल्टनबर्ग ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "मैं नाटो में शामिल होने के फिनलैंड और स्वीडन के अनुरोध का स्वागत करता हूं। आप हमारे निकटतम साझेदार हैं।" अब इन आवेदनों को कम से कम 30 सदस्य देशों की मंजूरी मिलना जरूरी है। पूरी प्रक्रिया में दो हफ्ते का समय लग सकता है।
हालांकि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल करने को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। अगर आपत्तियों को दूर कर लिया गया और बातचीत आगे बढ़ती है तो दोनों देश कुछ ही महीनों में नाटो में शामिल हो जाएंगे। इस पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर आठ से 12 महीने का समय लगता है, लेकिन नाटो इसे जल्द पूरी करना चाहता है। गौरतलब है कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से स्वीडन और फिनलैंड में नाटो में शामिल होने पर आम राय बनी है।