यूरोपीय संघ ने बेलारूस पर प्रवासियों की ''तस्करी'' का आरोप लगाया
By भाषा | Updated: November 11, 2021 11:02 IST2021-11-11T11:02:39+5:302021-11-11T11:02:39+5:30

यूरोपीय संघ ने बेलारूस पर प्रवासियों की ''तस्करी'' का आरोप लगाया
वारसा, 11 नवंबर (एपी) यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने बेलारूस पर हताश प्रवासियों को यूरोपीय संघ के किनारे पोलैंड की सीमा पर लाकर सरकार प्रायोजित मानव ''तस्करी'' करने का आरोप लगाया है। इनमें से कई लोग अब कड़कड़ाती ठंड में अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं।
यूरोपीय संघ के एक नेता ने बुधवार को यह भी कहा कि ईयू पहली बार अपनी पूर्वी सीमा पर एक दीवार या किसी अन्य अवरोध के निर्माण के लिए धन देने पर विचार कर रहा है।
पोलिश अधिकारियों का अनुमान है कि लगभग 3,000-4,000 प्रवासी बेलारूस से लगी उसकी सीमा पर एकत्र हुए हैं, जिनमें से सैकड़ों लोग कुज़्निका क्रॉसिंग से दूर एक अस्थायी शिविर में हैं। वारसा ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ाकर आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है।
पोलिश अधिकारियों ने प्रवासियों का वीडियो ट्वीट किया है, जिनमें से कुछ ने फावड़ों और तार कटर का उपयोग करते हुए, पोलैंड में प्रवेश करने के लिए सीमा पर एक बाड़ को तोड़ने की कोशिश की।
पश्चिमी देशों ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको पर मध्य पूर्व के प्रवासियों को अपने देश आने के लिए प्रोत्साहित करने और उन्हें यूरोपीय संघ के सदस्यों पोलैंड, लिथुआनिया और लातविया की ओर भेजने का आरोप लगाया है।
बेलारूस ने आरोपों से इनकार किया है, लेकिन कहा है कि वह अब प्रवासियों और अन्य लोगों को यूरोपीय संघ में प्रवेश करने से नहीं रोकेगा।
पोलैंड के प्रधानमंत्री मेत्वेज मोरावीकि ने कहा, ''दूर से, पोलिश-बेलारूस सीमा पर ये घटनाएं प्रवासी संकट की तरह लग सकती हैं, लेकिन यह प्रवासी संकट नहीं है, यह यूरोपीय संघ में स्थिति को अस्थिर करने के विशेष उद्देश्य से उत्पन्न एक राजनीतिक संकट है।''
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने बर्लिन में कहा कि मिन्स्क ''सरकार द्वारा संचालित तस्करी में लिप्त है ...ऐसा 100 प्रतिशत उन लोगों की कीमत पर हो रहा है जिन्हें झूठे वादों के साथ देश में लाया जाता है।
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