लाइव न्यूज़ :

पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने सीनेट चुनाव में वोट खरीद के आरोपों पर कार्रवाई से इनकार किया

By भाषा | Updated: March 9, 2021 23:09 IST

Open in App

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, नौ मार्च पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने हाल में हुए सीनेट चुनाव में एक वीडियो क्लिप के आधार पर वोट खरीदने के आरोपों पर कार्रवाई करने से मंगलवार को इनकार कर दिया। आयोग ने कहा कि वह तब तक कोई कार्रवाई नहीं करेगा जब तक कि रिश्वत देने और लेने में शामिल व्यक्तियों के नाम नहीं लिये जाते।

ईसीपी ने यह बात विपक्षी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) उम्मीदवार एवं पूर्व प्रधानमंत्री यूसूफ रजा गिलानी के सीनेट में निर्वाचन को चुनौती देने वाली एक अर्जी पर कही। आयोग द्वारा 11 मार्च को अर्जी पर सुनवाई किये जाने की उम्मीद है, लेकिन सरकार के एक अनुरोध के बाद उसने इस मामले को सुनवायी के लिए लिया।

आयोग के प्रमुख अल्ताफ इब्राहिम कुरैशी की अध्यक्षता वाले ईसीपी के चार सदस्यीय आयोग ने अर्जी पर सुनवाई की। वकील अली जफर ने सुनवाई में प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का प्रतिनिधित्व किया।

पीटीआई ने कथित धोखाधड़ी के आधार पर सीनेटर के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री गिलानी की जीत को चुनौती दी थी, जिसमें ईसीपी से उनकी जीत की अधिसूचना जारी नहीं करने का आग्रह किया गया।

पीटीआई उम्मीदवार एवं वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को 3 मार्च को हराने के बाद गिलानी सीनेट के सदस्य बने। इससे प्रधानमंत्री खान को एक बड़ा झटका लगा जिन्होंने अपने कैबिनेट सहयोगी की जीत के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयास किया था।

सरकार के आरोप गिलानी के बेटे अली हैदर के एक वीडियो पर आधारित हैं, जिसमें वह पीटीआई के कुछ सदस्यों के साथ यह बात करते हुए दिखाये गए हैं कि एक वोट कैसे "खराब" हो सकता है।

पीटीआई ने अपनी याचिका में कहा कि चूंकि सीनेट चुनावों में सात वोट "खराब" हो गए थे और उसके उम्मीदवार केवल पांच वोटों से हारे थे, इसलिए इससे पता चलता है कि वीडियो में दिख रहे पीटीआई सांसदों को रिश्वत दी गई थी।

ईसीपी ने केवल वीडियो क्लिप के आधार पर चुनाव में वोट खरीदने के आरोपों पर कार्रवाई करने से इनकार करते हुए सरकार के वकील से वीडियो मामले में शामिल सभी लोगों को मामले में पक्ष बनाने के लिए कहा। ईसीपी ने कहा कि यदि रिश्वत देने और प्राप्त करने के आरोप साबित होते हैं, तो सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

सरकार के वकील जफर उन लोगों के नाम नहीं लेना चाहते थे, जिन्हें कथित तौर पर रिश्वत मिली थी, लेकिन शुरुआती इनकार के बाद वह सरकार से परामर्श के बाद ऐसा करने के लिए सहमत हुए। ईसीपी ने तब उनसे एक नई याचिका दायर करने के लिए कहा।

एक अन्य घटनाक्रम में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय बुधवार को पीटीआई के सदस्य अली नवाज की एक याचिका पर सुनवाई करने वाला है, जिसमें उन्होंने सीनेट में गिलानी के निर्वाचन को चुनौती दी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटसबसे आगे विराट कोहली, 20 बार प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, देखिए लिस्ट में किसे पीछे छोड़ा

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद