अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 के नतीजों एक बार फिर यहां की सियासत गरमा गई है। सियासत इतनी बढ़ गई कि राजधानी वाशिंगटन डीसी में छह जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों की भीड़ उग्र हो गई और अमेरिकी कांग्रेस बिल्डिंग यानी (कैपिटल बिल्डिंग) में घुसकर तोड़फोड़ की। जिसके बाद वाशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
ताजा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हंगामे के दौरान ट्रंप समर्थकों और पुलिस में हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई घायल हो गए। इसमें गोली लगने से एक महिला की मौत भी हो गई। उधर, हिंसा पर उतारू समर्थकों से ट्रंप ने शांति की अपील भी की। अपने एक ट्वीट में कहा, "मैं अमेरिकी कैपिटल में सभी से शांतिपूर्ण रहने की अपील करता हूं। हिंसा नहीं होनी चाहिए! याद रखें, हम कानून और व्यवस्था बनाए रखने वाली पार्टी हैं। कानून और महान पुरुषों व महिलाओं का सम्मान करें। धन्यवाद!"
कब हुआ ये हंगामा
ये हंगामा उस दौरान हुआ जब अमेरिकी कांग्रेस में इलेक्टोरल कॉलेज को लेकर बहस चल रही थी। इस मीटिंग में जो बाइडन की चुनावी जीत की पुष्टि की जानी थी। तब ट्रंप के समर्थकों ने कांग्रेस बिल्डिग को घेर लिया। वहीं, राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जो बाइडन (President-elect Joe Biden) ने कहा है कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें।
बाइडन ने कहा कि मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये कानून न मानने वाले की छोटी संख्या है। बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया है।
सोशल साइट्स ने की ट्रंप पर बड़ी कार्रवाई
हिंसा के दौरान ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को हटा दिया है और उनका ट्विटर अकाउंट 12 घंटे के लिए सस्पेंड कर दिया है। ट्विटर के बाद फेसबुक और YouTube ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक वीडियो को हटा दिया। इन सोशल साइट्स ने यूएस कैपिटल में हिंसा के दौरान ट्रंप ने अपने समर्थकों को संबोधित किया था, उस वीडियो को हटा दिया है।
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी चुनाव में हार मानने को तैयार नहीं हैं। पिछले साल हुए चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को जीत मिली है। वहीं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हार मिली। लेकिन ट्रंप और उनके समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव में धाँधली हुई है।
ट्रंप के समर्थक हिंसा पर कैसे उतर आये
फिलहाल इस घटना के बाद दुनिया भर में अमेरिका की कड़ी निंदा हो रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ’’ ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।
बुधवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइकल पेंस ने ट्रंप के उस आदेश को मानने से मना कर दिया जिसमें उन्होंने इलेक्टोरल वोटों की गिनती रोकने का अनुरोध किया था। माइकस पेंस ने एक बयान में कहा कि वह अमेरिकी संविधान के प्रति समर्पित हैं और उसके अनुसार वह किसी एक तरह के इलेक्टोरल वोट की गिनती पर रोक नहीं लगा सकते।उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि हम यहां हो रही हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने गोली लगने से जान गंवाने वाली महिला को लेकर दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि उन लोगों को भी चोट लगी है जिन्होंने आज हमारे कैपिटल का बचाव किया है।