Donald Trump-Elon Musk: डीओजीई का नेतृत्व करेंगे एलन मस्क और विवेक रामास्वामी, डोनाल्ड ट्रंप ने की घोषणा?, जॉन रैटक्लिफ देखेंगे सीआईए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 13, 2024 03:40 PM2024-11-13T15:40:11+5:302024-11-13T15:40:59+5:30
Donald Trump-Elon Musk: सरकारी नौकरशाही को खत्म करने, अतिरिक्त नियमों को कम करने, व्यर्थ व्यय में कटौती करने और संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे, जो ‘अमेरिका बचाओ आंदोलन’ के लिए आवश्यक है।
Donald Trump-Elon Musk: अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) या डीओजीई का नेतृत्व करेंगे। ट्रंप ने घोषणा की, ‘‘मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि एलन मस्क, अमेरिकी देशभक्त विवेक रामास्वामी के साथ मिलकर ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (डीओजीई) का नेतृत्व करेंगे।’’ रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। ट्रंप ने कहा, ‘‘ये दोनों एक साथ मिलकर मेरे प्रशासन के लिए सरकारी नौकरशाही को खत्म करने, अतिरिक्त नियमों को कम करने, व्यर्थ व्यय में कटौती करने और संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे, जो ‘अमेरिका बचाओ आंदोलन’ के लिए आवश्यक है।’’
ट्रंप द्वारा जारी बयान के अनुसार मस्क ने कहा, ‘‘इससे व्यवस्था और सरकारी बर्बादी में शामिल किसी भी व्यक्ति को धक्का लगेगा, जो कि काफी लोग हैं।’’ अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा कि यह संभावित रूप से ‘‘मौजूदा दौर का द मैनहट्टन प्रोजेक्ट’’ होगा। ‘द मैनहट्टन प्रोजेक्ट’ द्वितीय विश्वयुद्ध का एक अभूतपूर्व, अति गोपनीय सरकारी कार्यक्रम था, जिसमें अमेरिका ने नाजी जर्मनी से पहले दुनिया का प्रथम परमाणु हथियार विकसित के लिए अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम चलाया था। ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से डीओजीई का सपना देखा है।
‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करेगा तथा बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार लाने के लिए व्हाइट हाउस और प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के साथ साझेदारी करेगा तथा सरकार में ऐसा उद्यमशील दृष्टिकोण पैदा करेगा जो पहले कभी नहीं देखा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि एलन मस्क और विवेक रामास्वामी संघीय नौकरशाही में कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए बदलाव करेंगे और साथ ही सभी अमेरिकियों के जीवन को बेहतर बनाएंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अपने वार्षिक 6.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के सरकारी खर्च में मौजूद भारी बर्बादी और धोखाधड़ी को खत्म करेंगे।’’
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जॉन रैटक्लिफ उनके प्रशासन में केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का नेतृत्व करेंगे। साथ ही उन्होंने अरकंसास के पूर्व गवर्नर माइक हकाबी को इजराइल में अपना राजदूत चुना है।
अहम पदों पर लगातार की जा रही घोषणाओं के तहत ट्रंप ने कांग्रेस सदस्य माइक वाल्ट्ज को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाने का भी फैसला किया और कहा कि वह चीन, रूस, ईरान तथा वैश्विक आतंकवाद के कारण उत्पन्न हुए खतरों पर विशेषज्ञ हैं। उन्होंने ‘फॉक्स न्यूज’ के लोकप्रिय प्रस्तोता और पूर्व सैनिक पीट हेगसेट (44) को अपना रक्षा मंत्री भी नामित किया है।
उन्होंने साथ ही साउथ डकोटा की गवर्नर क्रिस्टी नोएम को अपना होमलैंड सुरक्षा मंत्री नामित किया है। ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हए खुशी हो रही है कि गवर्नर और साउथ डकोटा से पूर्व कांग्रेस सदस्य क्रिस्टी नोएम को होमलैंड सुरक्षा विभाग के मंत्री के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। क्रिस्टी सीमा सुरक्षा पर काफी मजबूत रही हैं।’’
पश्चिम एशिया के विशेष दूत के लिए ट्रंप ने सफल रियल एस्टेट निवेशक और परोपकारी स्टीवन सी. विटकॉफ को चुना है और उन्हें क्षेत्र में शांति बहाल करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने व्हाइट हाउस के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिल मैकगिनले को अगले साल 20 जनवरी से शुरू हो रहे अपने दूसरे कार्यकाल में व्हाइट हाउस अधिवक्ता भी घोषित किया है।
व्हाइट हाउस अधिवक्ता उच्चतम न्यायालय के लिए नामांकित व्यक्तियों की छंटनी में अहम भूमिका निभाता है। रैटक्लिफ के बारे में ट्रंप ने कहा, ‘‘क्लिंटन अभियान से फर्जी रूसी मिलीभगत का पर्दाफाश करने से लेकर एफआईएसए कोर्ट में सिविल लिबर्टीज को लेकर एफबीआई के दुरुपयोग का पता लगाने तक जॉन रैटक्लिफ हमेशा अमेरिका की जनता के लिए सच्चाई और ईमानदारी वाले योद्धा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब 51 खुफिया अधिकारी हंटर बाइडन के लैपटॉप के बारे में झूठ बोल रहे थे तो केवल जॉन रैटक्लिफ ही अमेरिकी लोगों को सच्चाई बता रहे थे।’’