अमेरिका के राष्ट्रपति दुनिया भर के नेताओं का समय-समय पर मजाक उड़ाते रहते हैं. इस बार का उनका फिर से शिकार बने हैं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी. बुधवार को ट्रंप ने नरेद्र मोदी के अफगानिस्तान में लाइब्रेरी खोलने के फैसले का यह कहते हुए मजाक उड़ाया कि वहां कौन उसका इस्तेमाल करेगा.
कैबिनेट मीटिंग के बाद ट्रंप मीडिया से मुखातिब हो रहे थे जहां उन्होंने अमेरिका के बाहर के देशों में निवेश को कम करने के फैसले का बचाव किया.
नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं मोदी से मिला तो वो लगातार कहते जा रहे थे कि मैंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है. उनके साथ 5 घंटे गुजारने के बाद मैंने कहा कि आपके लाइब्रेरी के लिए धन्यवाद. लेकिन वहां कौन उसका इस्तेमाल करने वाला है?
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में फैसला लिया था कि अफगानिस्तान से 7 हजार सैनिकों को वापस बुलाया जायेगा. ऐसा निकट भविष्य में हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने सीरिया से भी सैनिकों के बुलाने की बात कही है.
अफगानिस्तान सरकार ने अमेरिका को इस फैसले पर एक बार फिर से विचार करने को कहा है. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिकी सैनिकों के बाद अफगानिस्तान में एक बार फिर से तालिबान का राज स्थापित हो सकता है. लेकिन ट्रंप अपने फैसले पर अडिग दिख रहे हैं.