वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि नवंबर में होने वाले अमेरिका मे राष्ट्रपति चुनाव को स्थगित किया जाना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि ज्यादा पोस्टल वोटिंग के कारण चुनाव में धांधली का खतरा बहुत ज्यादा है और उसके परिणाम भी गलत हो सकते हैं। इसी बीच मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, हम ये कभी नहीं भूल नहीं सकते हैं कि हमारे लोगों के साथ क्या हुआ है ओर हाल ही के दिनों में हमने कितने लोगों को खोए हैं। ट्रंप ने कहा कि चीन चाहता तो ये सब रोक सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
व्हाइट हाउस के नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''हम उन लोगों को कभी नहीं भूल सकते जिन्हें हमने खोया है। जो हुआ उसे हम कभी नहीं भूल पाएंगे। इसे चीन में रोका जा सकता था, उन्हें इसे रोकना चाहिए था और उन्होंने ऐसा नहीं किया''
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''मैं देरी नहीं करना चाहता, मैं चुनाव कराना चाहता हूं। लेकिन मैं यह भी नहीं चाहता कि मुझे तीन महीने तक इंतजार करना पड़े और फिर पता चले कि मतपत्र गायब हैं और चुनाव का कोई मतलब नहीं है।''
डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार राष्ट्रपति चुनाव टालने का मुद्दा उठाया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को टालने की बात खुलकर की है। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने फौरन उनके इस सुझाव की आलोचना की। ट्रंप ने चुनाव से केवल 96 दिन पहले गुरुवार (30 जुलाई) को ट्वीट किया, सभी के लिए डाक से मतदान (न कि गैर-मौजूदगी में डाक से मतदान, जो कि अच्छा है) इतिहास में सबसे गलत और छलपूर्ण चुनाव होगा। यह अमेरिका के लिए बड़ी शर्मनाक बात होगी। लोग जब सही तरीके से और सुरक्षित मतदान कर सकें, तभी चुनाव कराये जाएं।
व्हाइट हाउस में दोबारा पहुंचने की जद्दोजहद में लगे ट्रंप ने दलील दी कि डाक से मतदान (मेल-इन वोटिंग) से चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। वह इसके मुखर विरोधी रहे हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान बड़ी संख्या में अमेरिकी नागरिक मतदान के लिए मतदान केंद्रों तक जाने और कतारों में लगने से बचने के लिए डाक से मतदान का विकल्प चुन सकते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव टालने की मांग पर अनेक वर्गों की ओर से तत्काल तीखी प्रतिक्रिया आई
डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक दोनों पार्टियों के सांसदों ने कहा कि चुनाव टलने की संभावना नहीं है। प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ट्रंप के ट्वीट के जवाब में ट्वीट किया, संविधान के अनुच्छेद दो की धारा एक कहती है कि कांग्रेस मतदाताओं के लिए वोट डालने का दिन तय कर सकती है जो पूरे अमेरिका में एक जैसा रहेगा।
सीएनएन के अनुसार डाक से मतदान में धोखाधड़ी के कोई प्रमाण नहीं हैं। उसने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को चुनाव लंबित करने का कोई अधिकार नहीं है और संविधान कांग्रेस को मतदान की तारीख निर्धारित करने की शक्ति प्रदान करता है। संविधान में भी 20 जनवरी, 2021 को नये राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत में विलंब करने का कोई प्रावधान नहीं है।
ट्रंप के प्रचार अभियान ने कहा कि राष्ट्रपति ने बस एक सवाल उठाया है। प्रचार प्रवक्ता होगन गिडली के हवाले से सीएनएन ने कहा, डेमोक्रेट्स ने सभी के लिए डाक मतदान पर जोर देकर जो अव्यवस्था फैला दी है, राष्ट्रपति केवल उस बारे में एक प्रश्न उठा रहे हैं।
ट्रंप के सहयोगी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा विचार है। (पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)