नई दिल्लीः अमेरिकी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से सभी संबंध तोड़ने का ऐलान मई किया था। इसके बाद मंगलवार (7 जुलाई) को अमेरिका मीडिया ने दावा किया है कि ट्रम्प प्रशासन ने औपचारिक रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन से अलग होने की घोषणा कर दी है। इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को सूचित कर दिया गया है।
बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WHO से सभी संबंध तोड़ते समय कहा था कि वह चीन से बहुत ज्यादा प्रभावित है। बीजिंग हॉन्ग कॉन्ग की आजादी को छीन रहा है और दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार है। वुहान वायरस को जिस तरह चीन ने छिपाने की कोशिश की उससे ये दुनिया भर में फैल गया और वैश्विक महामारी बन गया। चीनी अधिकारियों ने इस संबंध में WHO को बताने की जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। उन्होंने अमेरिका के साथ ऐसा किया, जैसा आज तक किसी ने किया था।
ट्रंप ने कहा था कि साल में सिर्फ 40 मिलियन डॉलर (4 करोड़ डॉलर) की मदद देने के बावजूद चीन का डब्ल्यूएचओ पर नियंत्रण है। वहीं, अमेरिका साल में 45 करोड़ डॉलर की मदद दे रहा था। वे चूंकि जरूरी सुधार करने में नाकाम रहे हैं, इसलिए अमेरिका उससे अपना नाता खत्म करने जा रहा है। WHO को दिए जाने वाले फंड को अब पब्लिक हेल्थ की दिशा में काम करने वाले किसी और संगठन को देंगे।
दुनिया में कोरोना के मामले 1.18 करोड़
आपको बता दें कि चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस ने आज पूरी दुनिया को तबाह कर दिया है। अबतक एक करोड़, 18 लाख, 65 हजार, 954 लोग करोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, पांच लाख, 44 हजार, 111 मरीजों की मौत हो चुकी है। पूरे विश्व में कोरोना वायरस के अभी 44 लाख, 99 हजार, 440 मामले सक्रिय हैं, जबकि, 68 लाख, 22 हजार, 403 ठीक हो चुके हैं।