कोरोना वायरस का खौफ: फ्रांस के अस्पताल से दो हजार मास्क हुए चोरी

By भाषा | Updated: March 4, 2020 04:20 IST2020-03-04T04:20:12+5:302020-03-04T04:20:12+5:30

अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल ने दोषियों को पकड़ने के लिए तुरंत एक आतंरिक जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुचारु रूप से ऑपरेशन करने के लिए पर्याप्त मात्रा में मास्क हैं।

Coronavirus: Two thousand masks stolen from French hospital | कोरोना वायरस का खौफ: फ्रांस के अस्पताल से दो हजार मास्क हुए चोरी

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsकोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच फ्रांस के दक्षिण में स्थित मार्से शहर के एक अस्पताल से तकरीबन दो हजार सर्जिकल मास्क चोरी होने का मामला सामने आया है।मार्से के अस्पताल के अधिकारियों ने एएफपी से कहा कि मास्क अस्पताल के उस भाग से चोरी हुए हैं जहां केवल सर्जरी के लिए मरीज और चिकित्सा कर्मियों को जाने की अनुमति है।

कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच फ्रांस के दक्षिण में स्थित मार्से शहर के एक अस्पताल से तकरीबन दो हजार सर्जिकल मास्क चोरी होने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मार्से के अस्पताल के अधिकारियों ने एएफपी से कहा कि मास्क अस्पताल के उस भाग से चोरी हुए हैं जहां केवल सर्जरी के लिए मरीज और चिकित्सा कर्मियों को जाने की अनुमति है।

अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल ने दोषियों को पकड़ने के लिए तुरंत एक आतंरिक जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुचारु रूप से ऑपरेशन करने के लिए पर्याप्त मात्रा में मास्क हैं। अस्पताल में और मास्क मंगाए गए हैं और मास्क और सेनिटाइजिंग जेल की सुरक्षा के लिए कदम उठाये गए हैं। 

ईरान से लौटा सैन्य अधिकारी कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में निगरानी में

ईरान की राजधानी तेहरान से हफ्ते भर पहले भारत लौटे 32 वर्षीय सैन्य अधिकारी को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में पृथक रखा गया है। इसबीच अधिकारी को लेकर विरोधाभासी खबरें भी सामने आ रहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकारी को नजदीकी महू छावनी के सैन्य अस्पताल में पृथक रखा गया है वहीं सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वह घर पर हैं। इन खबरों पर अभी कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।

समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के जिला प्रभारी डॉ. संतोष सिसोदिया ने दावा किया कि सैन्य अधिकारी को गले में खराश की शिकायत के बाद महू छावनी के सैन्य अस्पताल में पृथक रखा गया है। सिसोदिया ने बताया, "सैन्य अधिकारी तेहरान से 25 फरवरी को भारत लौटे थे। उन्हें पृथक वार्ड में रखा गया है। उनकी हालत ठीक है। उनके रक्त और स्वैब के नमूनों को जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा जा रहा है।

इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य अफसर ने बताया कि इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय में पिछले दो दिन से भर्ती 27 वर्षीय छात्रा की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी है। अधिकारी ने बताया कि इंदौर से ही ताल्लुक से रखने वाली युवती इटली में पढ़ रही है। उसने कुछ दिन पहले वहां अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी की थी। इस पार्टी में शामिल उसके एक दोस्त में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण सामने आये और जांच कराये जाने पर उसमें इस बीमारी की तसदीक हुई थी। उन्होंने बताया, "इटली में अपने दोस्त में कोरोना वायरस संक्रमण मिलने का पता चलने पर घबरायी युवती शनिवार को इंदौर लौट आयी थी।"

नोएडा में कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट,दो अस्पतालों में बनाए गए पृथक वार्ड

नोएडा में कोरोना वायरस के संदिग्ध मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। नोएडा प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार ये नंबर 8076623612 और 6396776904 है। बुखार, जुकाम और सांस लेने में तकलीफ होने पर लोग इन नंबर पर फोन कर सकते है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर जाएगी और सैंपल लेगी। जिला अधिकारी बी एन सिंह ने कहा कि घबराने की बात नहीं है। छह लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इसमें तीन बच्चे और तीन व्यस्क हैं। इनकी रिपोर्ट आनी बाकी है।

उन्होंने कहा कि श्री राम मिलेनियम सहित दो स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद किया गया है। बाकी स्कूल यदि छुट्टी कर रहे हैं तो वे अपनी मर्जी से कर रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। जिला अधिकारी ने बताया कि जांच में यदि संक्रमण की पुष्टि होती है तो उपचार के पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। दो अस्पतालों में पृथक वॉर्ड बनाए गए हैं। पहला अस्पताल ग्रेटर नोएडा में 10 बेड वाला है। दूसरा अस्पताल सेक्टर-30 का सुपर स्पेश्यिलिटी अस्पताल है जिसमें नौ बेड वाला पृथक वॉर्ड बनाया गया है।

सीएमओ डा. अनुराग भार्गव ने कहा,‘‘ घबराने की जरूरत नहीं है। इस वायरस से निपटने के लिए लोगों को जागरुक होना पड़ेगा। यदि वह किसी से हाथ मिलाते है तो हाथों को सेनिटाइज करें। जिस लोशन से आप सेनिटाइज कर रहे है वह एल्कोहलिक होना चाहिए। इसके अलावा हाथ मिलाने के बाद हाथों को बिना सेनिटाइज किए चेहरे , आंखो के पास और नाक के पास न रगड़े। ऐसे में यदि दूसरे व्यक्ति में संक्रमण है तो वह आप में भी फैल सकता है। लिहाजा जागरुक बने।’’

उन्होंने बताया कि शहर के दो स्कूलों के पांच बच्चों में वायरस के लक्षण मिलने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूलों का दौरा किया तथा उनके सैंपल लिए। उन्होंने बताया कि दोनों स्कूलों को छह मार्च तक के लिए बंद किया गया है। स्कूलों को पूरी तरह से सेनिटाइज करने के बाद खोला जाएगा।

चार विदेशी नागरिकों सहित 11 लोगों के कोरोना वायरस के नमूने लिये गये

राजधानी जयपुर में मंगलवार को चार विदेशी नागरिकों सहित 11 लोगों नमूने कोरोना वायरस की जांच के वास्ते लिये गये। सवाईमान सिंह चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. डी एस मीणा ने आज यहां बताया कि सभी को राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में पृथक रखा गया है और नमूनों की जांच रिपोर्ट कल आयेगी। उन्होंने बताया कि जिन 11 लोगों की नमूने लिये गये है उनमें दो इतालवी, एक जापानी, और एक हांगकांग का नागरिक है जबकि शेष भारतीय नागरिक हैं।

सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रार्चाय डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि जिन 11 लोगों के नमूने जांच के लिये लिये गये हैं उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं लेकिन उनकी यात्रा इतिहास के कारण जांच की गई है और उन्हें अलग रखा गया है। भंडारी ने बताया कि सभी की स्थिति स्थिर है और उनकी यात्रा का एक इतिहास है उनके नमूनों की जांच की रिपोर्ट आने तक उन्हें पृथक रखा जायेगा।

राजधानी जयपुर में एक इतालवी दंपत्ति को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है और उन्हें सवाईमान सिंह चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने इतालवी पर्यटक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की है और उसकी पत्नि के नमूने को जांच के लिये पुणे भेजा गया है। इतालवी पर्यटक की पत्नि की सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को नमूने पॉजिटिव पाये गए। इसके बाद जांच की पुष्टि के लिये नमूने को पुणे भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट बुधवार को आने की संभावना है।

वायरस से निपटने के लिए सुरक्षात्मक सामग्रियों की ‘आपूर्ति तेजी से घट रही है’: डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को आगाह किया कि कोरोना वायरस ने निपटने में लगे स्वास्थ्यकर्मियों के पास मास्क और गॉगल्स जैसी सुरक्षात्मक वस्तुओं की घोर कमी हो रही है। साथ ही डब्ल्यूएचओ ने इनकी जमाखोरी और दुरुपयोग की चेतावनी भी दी है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख तेद्रोस अदहानोम घेब्रेयेसस ने यहां संवाददताओं से कहा,‘‘ बढ़ती मांग के कारण व्यक्तिगत रक्षात्मक वस्तुओं की आपूर्ति वैश्विक स्तर पर बाधित होने और इससे निपटने में देशों की क्षमताओं के कम होने से हम चिंतित हैं...।’’

उन्होंने कहा कि सर्जिकल मास्क के दामों में छह गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई तो जीवन रक्षक प्रणाली के दाम तीन गुना हो गए हैं। तेद्रोस ने कहा कि संगठन ने 27 देशों में पांच लाख से ज्यादा व्यक्तिगत सुरक्षात्मक सामग्री भेजी है, लेकिन साथ ही चेतावनी दी कि ‘‘इनकी आपूर्ति तेजी से घट रही है।’’ संगठन ने कहा कि चीन में दर्ज कोरोना वायरस के केवल एक प्रतिशत मामले ऐसे हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं पाए गए जबकि अधिकतर मामले ऐसे हैं जिनमें दो दिन बाद लक्षण दिखाई दिए। 

कोरोना वायरस : छह लोगों में संक्रमण की पुष्टि, कई लोग आइसोलेशन में, और चार देशों का वीजा निलंबित

कोरोना वायरस के फैलाव की आशंका के मद्देनजर एहतियाती तौर पर उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा में दो निजी स्कूलों ने मंगलवार से अगले कुछ दिन के लिए अपने यहां कक्षाएं बंद कर दी हैं। वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए व्यक्ति के परिजन सहित अन्य कई लोगों को पृथक या आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए और चार देशों के नागरिकों के लिए सामान्य एवं ई-वीजा पर रोक लगा दी है।

अधिकारियों ने बताया कि जयपुर से इटली के जिस पर्यटक का नमूना पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजा गया था, वह पॉजिटिव आया है। इस पर्यटक के पहले दो नमूनों की जांच रिपोर्ट में कुछ दिक्कत आयी थी। इसके साथ ही देश में अभी तक कोविड-19 के संक्रमण के छह मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन मरीज केरल के थे जिनका इलाज हो चुका है और वे स्वस्थ हो गए हैं। इटली के 69 वर्षीय पर्यटक की पत्नी के नमूने की जांच भी मंगलवार को पॉजिटिव आयी है। लेकिन उसके नमूने को फिर से जांच के लिए पुणे भेजा गया है। दंपति को फिलहाल जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दंपति के साथ उस समूह में मौजूद इटली के 21 पर्यटकों और तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को दिल्ली स्थित कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिए बने आईटीबीपी के क्वारेंटिन (पृथक रहने की) सेंटर में रखा गया है। सोमवार को और दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे निपटने के लिए की गई तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं और सामान्य एहतियात बरतें। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मयूर विहार के जिस व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है उसे रविवार की रात सफदरजंग अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती किया गया है। यह व्यक्ति इटली से दिल्ली आया था।

नोएडा के जिस स्कूल में इस संक्रमित व्यक्ति का बच्चा पढ़ता है उसने अपने यहां चार से छह मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की घोषणा कर दी है। वहीं एक अन्य स्कूल ने नौ मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की बात कही है। हालांकि स्कूल ने अभिभावकों को भेजे गए संदेश में स्पष्ट किया है कि इससे बोर्ड परीक्षाएं प्रभावित नहीं होंगी।

नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने बताया कि मयूर विहार में रहने वाले इस व्यक्ति ने पिछले सप्ताह अपने बच्चे के जन्मदिन की पार्टी दी थी। उस दौरान कई लोग उसके संपर्क में आए थे। भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसे पांच छात्रों का नमूना लेकर उसे जांच के लिए एनसीडीसी (राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र) भेजा गया है। रिपोर्ट आज बाद में आने की संभावना है। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।’’ उन्होंने बताया कि स्कूल को खाली करा दिया गया है। परिसर को साफ कराया जा रहा है। वहां धूमन हो रहा है। छात्रों और उनके अभिभावकों को एहतियात बरतने को कहा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि पेशे से अकाउंटेंट इस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले परिवार के कुछ सदस्यों को दिल्ली और आगरा में उनके घरों में पृथक रखा गया है। आगरा से छह अन्य लोगों में ‘तेज बुखार के लक्षण’ के बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रखा गया है और उनके नमूनों को जांच के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के माध्यम से उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जो इन छह लोगों के संपर्क में आए थे।

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए आगरा के दो निवासियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाये गए हैं। बयान के अनुसार, ‘‘अभी तक 23 लोगों की पहचान की गई है और 13 लोगों की रिपोर्ट आ गई है। इनमें से छह लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है और उनके नमूनों को पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है। सभी छह संदिग्ध मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन 10 लोगों के नमूने एनसीडीसी, दिल्ली भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।’’

आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मुकेश वत्स ने पीटीआई...भाषा को बताया कि आगरा के पर्यटन स्थलों के हॉस्टलों को कहा गया है कि वे इटली, ईरान या चीन से उनके यहां पर्यटक आने की स्थिति में तुरंत इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें ताकि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उनकी जांच की जा सके। जिस दूसरे व्यक्ति के संक्रमित होने की सोमवार को पुष्टि हुई है वह बेंगलुरु का 24 वर्षीय आईटी पेशेवर है। वह हाल ही में दुबई और बेंगलुरु गया था और अब उसे हैदराबाद के सरकारी गंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलू ने कहा कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर के संपर्क में आने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेन्द्र ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि इस इंजीनियर ने पिछले महीने दुबई और हांगकांग के लोगों के साथ काम किया था और संदेह है कि उसी दौरान वायरस से संक्रमित हुआ होगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि तीन मार्च से पहले या तीन मार्च को इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के जिन लोगों को वीजा (सामान्य और ई-वीजा दोनों) जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है वे सभी कोविड-19 के बढ़ते खतरे के मद्देनजर निलंबित रहेंगे।

जापान और दक्षिण कोरिया के जिन लोगों को तीन मार्च से पहले वीजा ऑन अराइवल जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है, उन सभी के वीजा निलंबित किए जाते हैं। मंत्रालय ने कहा कि राजनयिकों, संयुक्त राष्ट्र और अन्य विश्व संगठनों के अधिकारियों, ओसीआई कार्डधारक और उपरोक्त देशों से आने वाले उड़ानों के चालक दल के सदस्यों को प्रवेश पर प्रतिबंध से छूट दी जाती है। हालांकि इन सभी के लिए भी मेडिकल जांच अनिवार्य है।

विमानन नियामक डीजीसीए ने सभी हवाई अड्डों और एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि दक्षिण कोरिया, जापान और इटली से आने वाले विमान विसंक्रमण की प्रक्रिया से होकर गुजरें। यह प्रक्रिया दूसरी यात्रा के लिए यात्रियों के उसमें चढ़ने से पहले पूरी की जाए। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, किसी भी रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे सभी अंतरराष्ट्रीय विमानों के सभी यात्रियों को उदघोषणापत्र भरने को कहा गया है, जिसमें फोन नंबर और भारत में अपना पता बताने को कहा गया है। साथ ही उन्होंने कहां-कहां यात्रा की है यह भी बताने को कहा गया है।

उसमें कहा गया है, जिनपर प्रतिबंध लगाया गया है उनके अलावा चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाउ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से सीधे या किसी अन्य रास्ते आने वालों की प्रवेश पर ही मेडिकल जाचं अनिवार्य है। मंत्रालय ने कहा है कि इस परामर्श के जारी होने के साथ ही पिछले जारी सभी परामर्श निलंबित माने जाएंगे। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की । विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है।’’

कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 25 अस्पतालों में 230 बिस्तरों वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और शीर्ष अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक कर विस्तृत जानकारी ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, कैबिनेट सचिव ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक कर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित मंत्रालयों के सचिवों और राज्यों के मुख्य सचिवों तथा स्वास्थ्य सचिवों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात की।

सिंगापुर के एक मालवाहक जहाज पर काम करने वाले भारतीय दंपति को मंगलवार को ओडिशा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चीन से ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पहुंचने के बाद पुरूष को हल्का बुखार होने के कारण यह कदम उठाया गया है। दंपति उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। ये लोग एक मार्च को परादीप पहुंचे हैं। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में मुंबई और पुणे में सिर्फ छह लोगों को पृथक रखा गया है। राकांपा सांसद सुप्रिया सुले का कहना है कि राज्य में अभी तक संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य के 34 लोग ईरान में फंसे हुए हैं जहां संक्रमण बेहद खतरनाक तरीके से फैल रहा है। 
 

Web Title: Coronavirus: Two thousand masks stolen from French hospital

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