संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र की सांस्कृतिक एजेंसी ने आगाह करते हुए कहा कि हो सकता है विश्व में 13 प्रतिशत संग्रहालय कभी दोबारा ना खुलें।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण विश्वभर में करीब 90 प्रतिशत संग्रहालय अभी बंद हैं। अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) और अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद (आईसीओएम) द्वारा जारी किए दो अध्ययनों में कहा गया है कि कोविड-19 का संग्रहालयों पर काफी असर पड़ा है, करीब 90 प्रतिशत या 85,000 से अधिक संस्थान लंबे समय से बंद हैं।
वहीं अफ्रीका और छोटे द्वीपों पर स्थित विकासशील देशों (एसआईडीएस) में केवल पांच प्रतिशत ही दर्शकों को ऑनलाइन सामग्री मुहैया करा सकते हैं। एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘ विश्वभर में करीब 13 प्रतिशत संग्रहालय शायद कभी दोबारा नहीं खुलेंगे।’’ दोनों अध्ययन संग्रहालय और संग्रहालय संस्थानों पर कोविड-19 के प्रभाव का आकलन करने के लिए किए गए।
इसमें कई देशों के लोगों और संग्रहालय पेशेवरों को भी शामिल किया गया। इनका लक्ष्य यह क्षेत्र महामारी से कैसे निपट रहा है और इन संस्थानों की कैसे मदद की जाए यह पता लगाना भी था। यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्रे एज़ोले ने कहा, ‘‘ संग्रहालय समाज को बदलने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस संकट से निपटने में हमें उनकी मदद करनी चाहिए और उन्हें उनके दर्शकों से जोड़े रखना चाहिए।’’
कोरोना वायरस : वेटिकन संग्रहालय एक जून से खोले जाएंगे
वेटिकन के संग्रहालय एक बार फिर आगंतुकों के लिए एक जून से खोल दिए जाएंगे। संग्रहालय में आने वाले लोगों को मास्क पहनना होगा और प्रवेश से पहले उनके तापमान की जांच की जाएगी। वेटिकन ने शनिवार को कहा कि स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे और अब टिकट आरक्षित कराना होगा। इसीलिए टिकट आरक्षण के लिए लगने वाली 4 यूरो की अग्रिम राशि अदा नहीं करनी होगी।
यहां पवित्र दर्शन के लिए आने वाले लोगों को टिकट की बिक्री और खान-पान की अन्य सेवाएं ही राजस्व का मुख्य जरिया हैं। हालांकि, अब संग्रहालय हर महीने के अंतिम रविवार को दी जाने वाले निशुल्क प्रवेश की सुविधा को निलंबित कर रहे हैं। वेटिकन सिटी राज्य या इसके कर्मचारियों में अब तक कोविड-19 संक्रमण के 12 मामले सामने आए हैं।