Coronavirus lockdown: यूरोप के 19 देशों के समूह ‘यूरोजोन’ बदहाल, 7.5 प्रतिशत की दर से गिर रही है अर्थव्यवस्था
By भाषा | Updated: April 23, 2020 18:08 IST2020-04-23T18:08:40+5:302020-04-23T18:08:40+5:30
भारत ही नहीं विश्व के कई देश में लॉकडाउन है। यूरोप के कई देशों की स्थिति खराब है। लॉकडाउन के कारण यूरोप के 19 देशों के समूह ‘यूरोजोन’ की अर्थव्यवस्था में गिरावट जारी है।

वर्ष 2009 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान पीएमआई का न्यूनतम स्तर 36.2 था। (file photo)
लंदनः आर्थिक आंकड़ों का सर्वेक्षण करने वाली एजेंसी आईएचएस मार्किट के अनुसार लॉकडाउन के कारण यूरोप के 19 देशों के समूह ‘यूरोजोन’ की अर्थव्यवस्था में प्रति तिमाही 7.5 प्रतिशत की दर से गिरावट आ रही है। आईएचएस मार्किट ने बृहस्पतिवार को कहा कि यूरोजोन का खरीद प्रबंध सूचकांक (पीएमआई) अप्रैल में गिर कर 13.5 के न्यूनतम स्तर पर आ गया।
इससे पहले मार्च में पीएमआई 29.7 रहा था। यह 20 साल से अधिक समय का सबसे निचला स्तर है। वर्ष 2009 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान पीएमआई का न्यूनतम स्तर 36.2 था। पीएमआई का 50 से कम रहना आर्थिक गतिविधियों में गिरावट का संकेत माना जाता है।अप्रैल में पीएमआई के मात्र 13.5 रहने से पता चलता है कि यूरोजोन में बड़ी गिरावट आने वाली है।
आईएचएस मार्किट के मुख्य अर्थशास्त्री क्रिस विलियमसन ने कहा, ‘‘‘कोरोना वायरस महामारी की रोक-थाम के लिये घर से निकलने पर पाबंदी बड़े हिस्सों में जारी रहने के अनुमान हैं। ऐसे में दूसरी तिमाही में गिरावट हाल के तिहास की सबसे बड़ी गिरावट होगी।’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा गति के अनुसार, यूरोजोन की अर्थव्यवस्था तिमाही आधार पर 7.5 प्रतिशत की दर से सिकुड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में लॉकडाउन लागू है। यूरोपीय संघ के नेता बृहस्पतिवार को डिजिटल माध्यम से बैठक करने वाले हैं, जिसमें 540 अरब यूरो यानी करीब 587 अरब डॉलर के वित्तीय राहत पैकेज की पेशकश के अनुमान हैं। यूरोपीय संघ के संस्थान व सदस्य देश पहले ही करीब 3,300 अरब यूरो यानी करीब 3,600 अरब डॉलर के उपायों की घोषणा कर चुके हैं।
पीएमआई सर्वे के अनुसार, लॉकडाउन के कारण सेवा क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। रेस्तरां से लेकर यात्रा और पर्यटन जैसे क्षेत्र बदहाल हो गये हैं। वैश्विक मांग कम होने तथा आपूर्ति श्रृंखला के बाधिक हो जाने के कारण विनिर्माण क्षेत्र भी प्रभावित हो चुका है। इसके कारण आने वाले समय में यूरोजोन में बेरोजगारी के तेजी से बढ़ने की आशंका है।