वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। महामारी पर काबू पाने की लाख कोशिशों के बाद भी देश में मौत का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में पिछले 24 घंटों में 2,228 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस जानलेवा वायरस की चपेट में आकर अमेरिका में अब तक 26047 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिका में 6,13,886 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। वहीं, 38820 लोग सफल इलाज के बाद इस संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। 13,473 संक्रमित मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित अमेरिका का गुस्सा विश्व स्वास्थ्य संगठन पर फूटा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग रोकने की घोषणा कर दी है। ट्रंप ने मंगलवार को यह फैसला लेते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कोरोना वायरस के प्रसार से संबंधित तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कोरोना वायरय के प्रसार के बारे में दुनिया को आगाह करने के बजाय विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन की तरफदारी करने में लगा रहा। ऐसे में अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग रोक दी है। उन्होंने ने कहा कोरोना वायरस के प्रसार में संगठन की संदिग्ध भूमिका की समीक्षा होगी। समीक्षा खत्म होने तक संगठन को अमेरिका कोई फंडिंग नहीं करेगा।
ट्रंप के इस आक्रामक फैसले के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी प्रतिक्रिया दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ट्रंप के फंडिंग रोकने के फैसले के जवाब में नाराजगी जताई है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के हवाले से कहा गया है कि यह संसाधनों को कम करने का समय नहीं है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अमेरिका और चीन से कोरोना वायरस महामारी से मिलकर निपटने की अपील की थी। संगठन ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय एकता के बिना यहां 'और भी कई ताबूत' होंगे। जिनेवा में एक प्रेसवार्ता के दौरान संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनाहोम गेब्रयासुस ने कहा था, ''अमेरिका और चीन को एक साथ आना चाहिए और इस खतरनाक दुश्मन से लड़ना चाहिए।'' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन पर शुरू से ही हमलावर रहे हैं। उन्होंने इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन पर 'बहुत अधिक केंद्रित' होने का आरोप लगाते हुए आलोचना की थी।