कनाडा की महिला 'जलवायु परिवर्तन' से बीमार पड़ने वाली दुनिया की पहली मरीज, सांस लेने में तकलीफ
By विनीत कुमार | Published: November 10, 2021 08:38 AM2021-11-10T08:38:09+5:302021-11-10T08:45:43+5:30
कनाडा की एक महिला की बीमारी से संबंधित रिपोर्ट में डॉक्टरों ने जलवायु परिवर्तन (Climate change) का जिक्र किया है।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में डॉक्टरों ने ऐसी महिला मरीज की पहचान की है जिसे सांस लेने में काफी तकलीफ कई दिनों से हो रही है। डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि ऐसा 'जलवायु परिवर्तन' की वजह से हो सकता है। दुनिया में ये ऐसा पहला मामला है जब डॉक्टों ने किसी बीमारी के लिए 'क्लाइमेंट चेंज' शब्द का इस्तेमाल किया है। मरीज की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है।
मरीज को सांस लेने में तकलीफ सहित कई समस्याएं
कना़डा के 'टाइम्स कोलोनिस्ट' अखबार के मुताबिक कूटेनाएज (Kootenays) में जंगलों में आग लगने की कई घटनाओं के बाद करीब 70 वर्षीय महिला को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने लगी। वह दमा की मरीज है और आग की घटना के बाद उसकी स्थिति ज्यादा बिगड़ गई।
डॉक्टर काइल मेरिट ने महिला का इलाज किया। उन्होंने बताया कि महिला को पहले से डायबिटीज है। वह एक ट्रालर में रहती थी और उसको हार्ट प्रॉब्लम भी है। महिला जहां रहती हैं वहां एसी नहीं है। ऐसे में महिला को खुद को हाइड्रेटेड रखने में भी संघर्ष का सामना करना पड़ा। इस साल इस क्षेत्र में जंगलों में आग लगने की 1600 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं।
कूटेनाए (Kootenay) लेक अस्पताल के आपातकालीन विभाग प्रमुख डॉ काइल के मुताबिक हाल में उन्होंने कई ऐसे मामले देखें हैं जिसमें बढ़ती गर्मी और हीट वेब के कारण लोगों के बीमार पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसमें डायबिटिज, हार्ट फेल होना जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। डॉ काइल ने कहा कि हालांकि इन्हें सीधे तौर पर हीट वेब या प्रदूषण से जोड़ देना आसान नहीं हैं।
रिपोर्ट के अनुसार डॉ. मेरिट ने ऐसे लगातार बढ़ रहे मामलों के बाद पड़ोस के दूसरे प्रांतों के मेडिकल प्रोफेशनल्स से भी चर्चा की। रिपोर्ट के मुताबिक डॉ काइल ने महिला का इलाज करने के दौरान अपनी रिपोर्ट में लिखा- 'यह पहला मौका है, जब मुझे लगा कि इस मरीज की परेशानी और बीमारी की एक वजह क्लाइमेट चेंज है।'
कनाडा में हीट वेब से जा चुकी है कई लोगों की जान
इस साल जून से भयंकर गर्मी और हीट वेब से कई लोगों की जान जा चुकी है। कुछ रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटिश कोलंबिया में ही 233 लोगों की मौत हुई है। डॉक्टरों का मानना है अत्यधिक गर्मी से होने वाली बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ी है और अस्पताल में ऐसे लोग ज्यादा आने लगे हैं।