कार्यक्रम के समय से संबंधित मुद्दों के कारण अफगानिस्तान पर वार्ता में शामिल नहीं होगा चीन

By भाषा | Updated: November 9, 2021 16:21 IST2021-11-09T16:21:10+5:302021-11-09T16:21:10+5:30

China will not participate in talks on Afghanistan due to issues related to the timing of the program | कार्यक्रम के समय से संबंधित मुद्दों के कारण अफगानिस्तान पर वार्ता में शामिल नहीं होगा चीन

कार्यक्रम के समय से संबंधित मुद्दों के कारण अफगानिस्तान पर वार्ता में शामिल नहीं होगा चीन

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, नौ नवंबर चीन ने मंगलवार को कहा कि वह कार्यक्रम के समय से संबंधित कुछ मुद्दों के कारण भारत द्वारा अफगानिस्तान पर बुलाई गई सुरक्षा वार्ता में शामिल नहीं हो रहा है।

भारत बुधवार को 'अफगानिस्तान पर दिल्ली क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता' के लिए रूस, ईरान और पांच मध्य एशियाई देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की मेजबानी करेगा। अफगानिस्तान में अगस्त में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद आतंकवाद, कट्टरता और मादक पदार्थों की तस्करी के बढ़ते खतरों का सामना करने में व्यावहारिक सहयोग के लिए एक सामान्य दृष्टिकोण को मजबूत करने पर बैठक में चर्चा होगी।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने संवाददाता सम्मेलन में भारत द्वारा आयोजित ‘अफगानिस्तान पर सुरक्षा वार्ता’ में चीन के शामिल नहीं होने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘कार्यक्रम के समय से संबंधित कुछ मुद्दों के कारण चीन के लिए बैठक में शामिल होना असुविधाजनक है।’’ वांग ने कहा, ‘‘हम भारतीय पक्ष को अपना जवाब पहले ही दे चुके हैं।’’

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की अध्यक्षता में होने वाले संवाद में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी भी शामिल होंगे।

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि वार्ता में ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान की विस्तारित भागीदारी दिखेगी तथा देशों का प्रतिनिधित्व उनके संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार या सुरक्षा परिषदों के सचिवों द्वारा किया जाएगा।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘उच्च स्तरीय वार्ता अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम से उत्पन्न क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेगी। बैठक में प्रासंगिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के उपायों पर विचार होगा और शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन करेगा।’’

चीन, पाकिस्तान और रूस के समन्वय से तालिबान के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए हुए है, हालांकि उसने काबुल में अंतरिम सरकार को अभी मान्यता नहीं दी है। पिछले महीने, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कतर की राजधानी दोहा में अफगानिस्तान में तालिबान के अंतरिम प्रशासन के कार्यवाहक उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के साथ बातचीत की।

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Web Title: China will not participate in talks on Afghanistan due to issues related to the timing of the program

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