मंगलवार (18 सितंबर) को चीन ने घोषणा की है कि वो अमेरिका से आयात किये जाने वाले उत्पादों पर करीब 60 अरब डॉलर का नया शुल्क (टैरिफ) लगा सकता है।
चीन और अमेरिका के बीच पिछले कुछ समय से कारोबारी युद्ध चल रहा है जिसे मीडिया ट्रेड वार कह रहा है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीन में बनने वाले सामानों पर भारी कर (टैक्स) लगाया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आने वाले चार नवंबर से अमेरिका चीनी उत्पादों पर करीब 200 अरब डॉलर का टैक्स लगा सकता है।
अगर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने फैसले पर अमल किया तो चीन से अमेरिका आने वाले सभी उत्पादों पर अब भारी कर देना पड़ सकता है।
मौजूदा ट्रेड वार की शुरुआत इस साल मार्च में तब हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन से आयात किये जाने वाले मेटल (धातुओं) पर शुल्क लगा दिया।
जिन मेटल शुल्क लगाया गया उनमें एल्युमिनियम और स्टील प्रमुख हैं। चीन इन दोनों ही धातुओं का बड़ा निर्यातक है।
अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के पहले ही चीन को द्विपक्षीय व्यापार में हो रहे लाभ को बड़ा मुद्दा बनाया था।
राष्ट्र्पति शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।