नई दिल्लीः कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। जहां एक ओर कोविड-19 (Covid-19) की वजह से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है तो वहीं अभी तक इसकी एंटीडोट तैयार नहीं हो पाई है।
ऐसी स्थिति में सभी देश इससे निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने में जुटे हुए हैं। हालांकि, इसके बावजूद भी डेथ टोल बढ़ता ही जा रहा है। यही वजह है कि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने महामारी घोषित कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ कई देशों ने इसे महामारी बताया है।
इसके साथ ही, तमाम देशों में लोगों की हलचल भी काफी कम हो गई है। भारत में भी कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार (19 मार्च) को ऐलान किया कि 22 मार्च 2020 को 'जनता कर्फ्यू' का आयोजन किया जाए। साथ ही, पीएम मोदी ने जनता से अपील की थी कि लोग इस दिन सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों से न निकलें।
वहीं, सामने आई एक खबर के अनुसार, चीन ने ये तय किया है कि वो एशिया के 10 से ज्यादा देशों के साथ आज एक वीडियो कांफ्रेंस का आयोजन करेगा। इस दौरान चीन इन देशों को कोविड-19 से निपटने के सुझाव देगा।
एएनआई की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि भारत में मौजूद चीनी राजदूत सन वेडॉन्ग (Sun Weidong) ने खुद बताया है कि चीन एशिया के 10 से ज्यादा देशों के साथ कोरोना वायरस पर वीडियो कांफ्रेंस करने वाला है, जिसमें वो सभी देशों को बताएगा कि इस वायरस को कंट्रोल कैसे कर सकते हैं और इससे निपटने के पैमाने क्या हैं?
आपको बताते चलें कि चीन के बाद अब कोविड-19 इटली में कहर बरपा रहा है। यही नहीं, इसकी भयावहता भारत में भी देखने को मिल रही है। मालूम हो, भारत में अब तक कोरोना वायरस की वजह से पांच मौतें हो चुकी हैं। पांचवी मौत इटली की 69 वर्षीय महिला की हुई है।
ऐसे में देश में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 195 तक पहुंच चुकी है, जिसमें से 32 विदेशी नागरिक हैं, जबकि अन्य भारतीय नागरिक हैं। इन आकड़ों को स्वास्थ मंत्रालय ने जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ‘‘देश में कोविड-19 के अभी 173 मामले हैं।’’ इसके अलावा 20 लोग वे हैं, जो ठीक हो गये हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है जबकि पांच लोगों की मौत हो गई है।
वैसे कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टर्स भी लगातार जनता को सतर्क कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस का तीसरा चरण काफी खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जिन मरीजों को तीसरे चरण का वायरस होगा, उन्हें आइसोलेशन से लेकर क्वारंटाइन तक ले जाने में भी काफी मुश्किलें आएंगी।
डॉक्टरों का कहना है कि जैसे-जैसे इसके चरण बढ़ते जाएंगे, वैसे-वैसे ये वायरस और विभीषक होता जाएगा। ऐसे में इस पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाना जरूरी और अहम हो गया है।