चीन के सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को दृढ़ विश्वास जताया कि यदि चीन, हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई करता है, तो ‘थियाननमेन स्क्वेयर’ की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
ग्लोबल टाइम्स अखबार में प्रकाशित संपादकीय के मुताबिक, 30 साल पहले राजधानी में विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के लिए इस्तेमाल किये गये तरीकों की तुलना में आज देश के पास कहीं ज्यादा बेहतर तरीके हैं जिनसे विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित किया जा सकता है।
संपादकीय में लिखा है, ‘‘हांगकांग में कार्रवाई से चार जून 1989 की राजनीतिक घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी।’’ उसमें कहा गया है, ‘‘चीन अब बहुत मजबूत और अधिक परिपक्व हो गया है तथा जटिल परिस्थितियों से निपटने की उसकी क्षमता में खासी वृद्धि भी हुई है।‘‘
गौरतलब है कि हांगकांग में चीन को प्रत्यर्पण की अनुमति देने वाले एक विधेयक के विरोध में कई सप्ताह पहले प्रदर्शन शुरू हुए जिन्होंने बाद में लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग की शक्ल ले ली और हिंसक भी हो गए।
हांगकांग ने अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये कर छूट की घोषणा की
हांगकांग की सरकार ने लोकतंत्र समर्थकों के जारी विरोध-प्रदर्शन व अमेरिका-चीन के व्यापार युद्ध के कारण सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये बृहस्पतिवार को कर में कटौती व अधिक सामाजिक खर्च की घोषणा की।
हांगकांग के वित्त सचिव पॉल चान ने आर्थिक वृद्धि दर का आधिकारिक पूर्वानुमान घटाकर 0-1 प्रतिशत कर दिया। यह वैश्विक आर्थिक संकट के दौरान 2009 के प्रदर्शन के बाद सबसे खराब आर्थिक वृद्धि दर होगी। चान की एजेंसी ने जारी बयान में कहा, ‘‘हालिया सामाजिक घटनाओं से खुदरा व्यापार, रेस्तरां और पर्यटन उद्योग प्रभावित हुए हैं।
इसकी वजह से, पहले से ही सुस्त चल रही अर्थव्यवस्था को और झटका लगा है।’’ चान ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कर में दी गयी छूट तथा सामाजिक खर्च बढ़ाने की घोषणा से करीब 13 लाख करदाताओं को कर लाभ मिलेगा। इससे सरकार के ऊपर 19.10 अरब हांगकांग डॉलर यानी करीब 2.4 अरब अमेरिकी डॉलर का बोझ आएगा।
भारत हांगकांग के बीच सभी उड़ानें 16 अगस्त तक सामान्य : कैथे पैसिफिक
कैथे पैसिफिक ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को हांगकांग से जोड़ने वाली उसकी सभी उड़ानें 15 और 16 अगस्त को निर्धारित समयसारिणी से संचालित हो रही हैं। एयरलाइन की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब हांगकांग हवाई अड्डे ने मंगलवार को उड़ानों का संचालन बहाल किया।
इससे एक दिन पहले ही उसने सभी उड़ानें तब रद्द कर दी थी जब चीन को प्रत्यर्पण की इजाजत देने वाले एक विधेयक का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारी हवाई अड्डे के आगंतुक कक्ष तक पहुंच गए थे। हांगकांग चीन का विशेष प्रशासित क्षेत्र है।
एयरलाइन ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय बाजार के लिए हम यह साझा करना चाहेंगे कि वर्तमान समय में मुम्बई, नयी दिल्ली, बेंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता से हांगकांग आने जाने वाली उड़ानें 15 और 16 अगस्त को निर्धारित समयसारिणी से संचालित हो रही हैं।’’ उसने यद्यपि कहा कि सभी यात्रियों को हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले उड़ान की स्थिति आनलाइन पता कर लेनी चाहिए।