इमरान खान समेत 150 लोगों के खिलाफ पाकिस्तान में हुआ केस दर्ज, Pak PM शहबाज शरीफ को चोर-चोर कहने पर हुई कार्रवाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 1, 2022 13:13 IST2022-05-01T13:09:43+5:302022-05-01T13:13:54+5:30
आपको बता दें कि लाहौर से लगभग 180 किलोमीटर दूर फैसलाबाद के एक पुलिस थाने में स्थानीय निवासी नईम भाटी की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।

इमरान खान समेत 150 लोगों के खिलाफ पाकिस्तान में हुआ केस दर्ज, Pak PM शहबाज शरीफ को चोर-चोर कहने पर हुई कार्रवाई
लाहौर:पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने सऊदी अरब में मस्जिद-ए-नवाबी पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके शिष्टमंडल के खिलाफ नारेबाजी करने के आरोप में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और 150 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपियों में इमरान के मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके कुछ सदस्य भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ वीडियो में देखा जा सकता है कि शरीफ और उनका शिष्टमंडल पिछले गुरूवार को जैसे ही मदीना में पैगंबर की मस्जिद पर पहुंचा, वैसे ही कुछ जायरीन ‘चोर’ और ‘गद्दार’ कहकर उसके खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे। आपको बता दें कि इन जायरीनों को इमरान का समर्थक माना जा रहा है।
इमरान खान के साथ 150 लोगों पर मामला दर्ज
पाकिस्तानी जायरीनों ने शिष्टमंडल के सदस्यों के खिलाफ अपशब्दों का भी प्रयोग किया है। मदीना पुलिस ने दावा किया है कि इस संबंध में पांच पाकिस्तानियों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं, पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने शनिवार रात इमरान और 150 अन्य लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में पूर्व मंत्री फवाद चौधरी और शेख रशीद, इमरान के पूर्व सलाहकार शाहबाज गुल, नेशनल असेंबली के पूर्व उपाध्यक्ष कासिम सूरी व लंदन में इमरान के करीबी सहयोगी अनिल मुसर्रत तथा साहिबजादा जहांगीर भी नामजद हैं।
इमरान ने जायरीनों से खुद को किया अलग, घटना की निंदा की
अधिकारियों के अनुसार, लाहौर से लगभग 180 किलोमीटर दूर फैसलाबाद के एक पुलिस थाने में स्थानीय निवासी नईम भाटी की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि यह प्राथमिकी मदीना में पैगंबर की मस्जिद को नापाक करने, वहां हंगामा करने और मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने के आरोप में दर्ज की गई है।
इस बीच, इमरान ने शनिवार को एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन जायरीनों से किनारा कर लिया, जिन्होंने शरीफ के खिलाफ नारेबाजी की थी। उन्होंने कहा कि वह “किसी से पवित्र स्थान पर नारेबाजी करने के लिए कहने के बारे में सोच भी नहीं सकते।” इस घटना की व्यापक स्तर पर निंदा की जा रही है।