लाइव न्यूज़ :

कश्मीर की राजनीति में ‘नफरत का जहर’ घोलने के लिए ब्रिटिश उपनिवेशवादी जिम्मेदार : चीनी राजनयिक

By भाषा | Updated: May 28, 2021 23:18 IST

Open in App

(केजेएम वर्मा)

बीजिंग, 28 मई चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को आधिकारिक मीडिया टिप्पणी को ट्वीट कर ब्रिटिश उपनिवेशवादियों को अपनी ‘बांटों और राज करो’ नीति के जरिये कश्मीर की राजनीति में ‘नफरत का जहर’ घोलने का जिम्मेदार ठहराया।

रोचक बात यह है कि हांगकांग और मानवाधिकार सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर बीजिंग और लंदन के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने ‘‘ कश्मीर: ब्रिटिश साम्राज्य के ताज की मणि में दरार’ नाम से यह लेख प्रकाशित किया है।

शिन्हुआ ने हालिया टिप्पणी को उद्धृत करते हुए झाओ ने कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा,‘‘ ब्रिटिश भारत को अगर ब्रिटिश साम्राज्य के ताज का सबसे बड़ा मणि माने तो जब यह गिरा तो इसमें सबसे बड़ी दरार कश्मीर में आई।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ब्रिटिश साम्राज्य का पतन हो गया लेकिन जाने से पहले उन्होंने यहां की राजनीति में नफरत का जहर घोल दिया जो आने वाले दशकों तक रहेगा।’’ बता दें कि झाओ प्रवक्ता बनने से पहले पाकिस्तान में चीन के उप राजदूत की जिम्मेदारी निभा रहे थे।

उन्होंने लेख के हिस्से को ट्वीट में उद्धृत किया, ‘‘एक समय कश्मीरी नीलम के लिए प्रसिद्ध रही इस भूमि पर औपनिवेशिक लालच की वजह से असंख्य निशान हैं...।

गौरतलब है कि चीन के विदेश मंत्रालय ने चीन के कश्मीर पर आधिकारिक रुख के बारे में कहा था कि ‘‘यह भारत और पाकिस्तान के बीच इतिहास द्वारा छोड़ा गया मुद्दा है।’’

चीनी अधिकारियों ने पहले कहा था, ‘‘इस मुद्दे का संयुक्त राष्ट्र के चार्टर, सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्ताव और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर शांतिपूर्ण और उचित तरीके से समाधान किया जाना चाहिए।’’

शिन्हुआ ने लेख में रेखांकित किया, ‘‘इस त्रासदी के बीज ब्रिटिश सम्राज्य ने शरारती रणनीति के तहत भारत में स्वतंत्रता आंदोलन के उदय को रोकने और अपना शासन मजबूत करने के लिए बोये, जिसने लाखों जिंदगिया छीन ली। ब्रिटेन ने न केवल भारत में बल्कि अफ्रीका, पश्चिम एशिया और एशिया के विस्तृत भूभाग में ‘बांटो और राज करो’ की यह नीति लागू की।’’

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ ने लेख का हिस्सा ट्वीट किया, ‘‘जबतक कश्मीर में खूनखराबा जारी रहेगा, ब्रिटेन अपने खूनी औपनिवेशिक इतिहास से कभी अलग नहीं हो सकेगा।’’

गौरतलब है कि हांगकांग के मुद्दे पर चीन और ब्रिटेन के रिश्ते खराब हो रहे हैं। हांगकांग पहले ब्रिटिश उपनिवेश था।

वहीं, झाओ खुद को पाकिस्तान का प्रशंसक करार देते हैं और अपने आधिकारिक प्रेस वार्ता में पाकिस्तान के साथ रिश्तों के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘चीन-पाकिस्तान दोस्ती जिंदाबाद।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टदिसंबर 2024 और मार्च 2025 के बीच 7वीं कक्षा की छात्रा से कई महीने तक बलात्कार, 15 वर्षीय पीड़िता ने बच्चे को दिया जन्म, 34 वर्षीय आरोपी राजेश अरेस्ट

क्रिकेटIND W vs SL W 1st T20I: विश्व विजेता टीम ने जीत से की शुरुआत, श्रीलंका को 32 गेंद रहते 08 विकेट से हराकर 05 मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त ली, स्मृति मंधाना के 4000 रन पूरे

पूजा पाठPanchang 22 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

भारतश्रीनिवास रामानुजन जयंती: गौरवशाली गणित परंपरा की नजीर

भारतमहाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव 2025ः ‘ट्रिपल इंजन’ के बाद से आम आदमी की बढ़ती अपेक्षाएं'

विश्व अधिक खबरें

विश्वBangladesh Violence: भारत के खिलाफ बांग्लादेश में षड्यंत्र

विश्वVIDEO: दीपू चंद्र दास की लिंचिंग के बाद, बांग्लादेश में 'कलावा' पहनने पर एक हिंदू रिक्शा चालक पर भीड़ ने किया हमला

विश्वक्रिसमस के 4 दिन पहले गोलियों की बौछार?, ‘क्वानोक्सोलो’ पब में अंधाधुंध गोलीबारी, 12 बंदूकधारियों ने 9 को भूना और 10 की हालत गंभीर

विश्वBangladesh: हिंदू युवक की हत्या मामले में बांग्लादेशी सरकार का एक्शन, 10 आरोपी गिरफ्तार

विश्वबांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद हिजाब न पहनने वाली महिलाओं पर हमलों से गुस्सा भड़का