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फेडरल रिजर्व के पूर्व चेयरमैन सहित तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

By भाषा | Updated: October 10, 2022 21:48 IST

स्टॉकहोम में रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज में नोबेल समिति ने सोमवार को बेन एस बर्नान्के, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की। 

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ठळक मुद्देबेन एस बर्नान्के, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कारबेन एस बर्नान्के अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के पूर्व चेयरमैन हैंबर्नान्के (68) इस समय वाशिंगटन, डीसी में द ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूशन के साथ जुड़े हैं

स्टॉकहोम: अर्थशास्त्र में इस साल के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए फेडरल रिजर्व के पूर्व चेयरमैन सहित अमेरिका के तीन अर्थशास्त्रियों को चुना गया है। उन्हें ‘‘बैंकों और वित्तीय संकट पर शोध’ के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। स्टॉकहोम में रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज में नोबेल समिति ने सोमवार को बेन एस बर्नान्के, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की। 

बेन एस बर्नान्के अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के पूर्व चेयरमैन हैं। इस पुरस्कार के तहत एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग नौ लाख अमेरिकी डॉलर) का नकद पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार 10 दिसंबर को प्रदान किया जाएगा। नोबेल समिति ने कहा कि उनके शोध में बताया कि ‘‘बैंक को पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है।’’ समिति ने कहा कि 1980 के दशक की शुरुआत में अपने शोध के साथ इन अर्थशास्त्रियों ने वित्तीय बाजारों को विनियमित करने और वित्तीय संकट से निपटने की नींव रखी। बर्नान्के (68) इस समय वाशिंगटन, डीसी में द ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूशन के साथ जुड़े हैं। 

उन्होंने 1930 के दशक की महामंदी पर शोध किया और यह बताया कि यदि घबराए हुए बचतकर्ता अपनी जमा राशि निकालते हैं, तो बैंक की स्थिति कितनी खतरनाक हो सकती है। शिकॉगो विश्वविद्यालय के 68 वर्षीय डायमंड और सेंट लुइस में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के 67 वर्षीय डायबविग ने अपने शोध में बताया कि कैसे जमा पर सरकारी गारंटी वित्तीय संकट को बढ़ने से रोक सकती है। 

अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार के लिए समिति के अध्यक्ष टोरे एलिंगसन ने कहा, ‘‘पुरस्कार विजेताओं की अंतर्दृष्टि ने गंभीर संकट और भारी-भरकम राहत पैकेज, दोनों से बचने की हमारी क्षमता में सुधार किया है।’’ अन्य नोबेल पुरस्कारों के विपरीत, अर्थशास्त्र के पुरस्कार का उल्लेख अल्फ्रेड नोबेल की 1895 की वसीयत में नहीं था, बल्कि इस पुरस्कार की शुरुआत उनकी स्मृति में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने की थी। 

पहला विजेता 1969 में चुना गया था। पिछले साल अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार डेविड कार्ड तथा जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इंबेन्स को दिया गया था। कार्ड को यह पुरस्कार न्यूनतम मजदूरी, आव्रजन और शिक्षा कैसे श्रम बाजार को प्रभावित करती है, इस बारे में शोध के लिए दिया गया। एंग्रिस्ट और इंबेन्स को पुरस्कार उन विषयों पर अध्ययन के लिए दिया गया, जो पारंपरिक वैज्ञानिक तरीकों से स्पष्ट नहीं होते हैं। 

इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को दिया गया है। बेलारूस के जेल में बंद अधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की, रूसी समूह ‘मेमोरियल’ और यूक्रेन के संगठन ‘सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज’ को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। 

यूक्रेन के संगठन को ऐसे समय पर पुरस्कार के लिए चुना गया है जब यूक्रेन फरवरी से रूस के हमलों का सामना कर रहा है और दोनों देशों की सेनाएं कई इलाकों में आमने-सामने हो चुकी हैं। रसायन विज्ञान में इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार कैरोलिन आर बर्टोज्जी, मोर्टन मेल्डल और के. बैरी शार्पलेस को समान भागों में ‘अणुओं के एक साथ विखंडन’ का तरीका विकसित करने के लिए प्रदान किया गया है।

टॅग्स :नोबेल पुरस्कारइकॉनोमी
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