वॉशिंगटनः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में चीन के साथ रिश्ते काफी ज्यादा बिगड़ गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में हार के खतरे को देखते हुए चीन पर हमले की आशंका मंडराने लगी थी।
वाशिंगटन पोस्ट ने मंगलवार को खुलासा किया है कि शीर्ष अमेरिकी जनरल मार्क मिले ने गुप्त रूप से अपने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल ली जुओचेंग को दो बार फोन किया था। कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चीन के साथ युद्ध छेड़ सकते थे।
जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष यूएस जनरल मार्क मिले ने 30 अक्टूबर 2020 को फोन किया था। फिर दोबारा 8 जनवरी को फोन किया था। जनरल मिले को आशंका थी कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में हार को देखते हुए चीन पर हमला कर सकते हैं।
इससे पहले 6 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद के बाहर जमकर हिंसा की थी। जनरल मिले ने बातचीत में चीनी समकक्ष को आश्वासन दिया कि अमेरिका में शांति है और हमला नहीं करने जा रहे हैं। यदि कुछ होता है तो समय रहते अलर्ट कर दिया जाएगा।
यह रिपोर्ट "पेरिल" नाम की नई किताब पर आधारित है। पत्रकार बॉब वुडवर्ड और रॉबर्ट कोस्टा की एक नई किताब अगले सप्ताह लॉन्च होने वाली है। पत्रकारों ने दावा किया है कि 200 सूत्रों के बातचीत के बाद यह किताब लिखी गई है।
हालांकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस आरोप को मनगढ़ंत बताया है। उन्होंने कहा कि यह कहानी सच है तो मिले पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। मैंने कभी चीन पर हमला करने के बारे में सोचा भी नहीं था। मिले के कार्यालय ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मार्को रुबियो ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से कहा है कि वो तुरंत जनरल मिले को बाहर करें। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता काराइन जीन-पियरे ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ और रक्षा विभाग को सवाल भेजे।