इराक में अमेरिकी दूतावास के पास दो कत्यूषा रॉकेट दागे गए हैं। हमले में किसी तरह के नुकसान की कोई नुकसान नहीं है। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक पुलिस ने बताया कि एक रॉकेट अमेरिकी दूतावास से करीब 100 मीटर की दूरी पर गिरा है। इराक की राजधानी बगदाद के भारी किलेबंदी वाले ग्रीन जोन में दो रॉकेट गिरे हैं। इराकी सेना ने पुष्टि करते हुए कहा है कि बगदाद के ग्रीन जोन के अंदर दो कत्युषा रॉकेट दागे गए हैं। ग्रीन जोन के अंदर सायरन बज रहे थे। यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्र के नाम संबोधन के कुछ घंटो बाद हुआ है। हालांकि अभी तक इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार (8 जनवरी 2020) तड़के ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सेना कैंप में 22 बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, यह हमला ईरान की शक्तिशाली रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत का बदला लेने के लिए किया गया था। इस हमले को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर अंजाम दिया गया था।
ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले में ‘‘कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक’’ मारे गए। आईएस आतंकी समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत इराक में करीब पांच हज़ार अमेरिकी सैनिक हैं।
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस ग्रैंड फोयर से राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ‘‘ हमारा कोई भी सैनिक हताहत नहीं हुआ है। हमारे सभी सैनिक सुरक्षित हैं और हमारे सैन्य अड्डों को बहुत थोड़ा नुकसान हुआ है।’’
जनरल सुलेमानी को ‘‘क्रूर आतंकवादी’’ बताते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘ ईरानी सरकार की ओर से कल रात किए गए हमले में एक भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचा है।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘ हाल के दिनों में वह (सुलेमानी) अमेरिकी ठिकानों पर नए हमलों की योजना बना रहे थे लेकिन हमने उन्हें रोक दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ सुलेमानी को हटाकर हमने आतंकवादियों को एक सख्त संदेश दिया है। अगर आप अपने जीवन को महत्व देते हैं तो आप हमारे लोगों के जीवन को खतरे में नहीं डालेंगे।’’