नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप से पूरी दुनिया डरी हुई है। चीन से शरू हुआ ये कोरोना वायरस विश्व के 90 देशों में फैल गया है। इससे 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इसी बीच सोशल मीडिया पर खगोलीय घटना को लेकर एक दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आने वाले 29 अप्रैल को एक क्षुद्रग्रह जो हिमालय पर्वत से भी ज्यादा बड़ा है, वह पृथ्वी से टकराएगा। जिसके बाद भयंकर तबाही और विनाश जैसी स्थिति आ सकती है।
फेसबुक पर Mularam Bhakar Jaat Osian नाम के यूजर ने भी एक वीडियो पोस्ट कर लिखा है- महाविनाश का काउंटडान।
इसके अलावा 'अदभुत अनोखा अपराजित' नाम से फेसबुक पेज ने भी ऐसा ही दावा किया है। वीडियो शेयर करते हुए पोस्ट में लिखा है- कोरोनो वायरस के बाद क्या हो जाएगा 29 अप्रैल 2020 को धरती का विनाश? इन दोनों फेसबुक यूजर ने वीडियो को बुधवार (11 मार्च) को पोस्ट कर दावा किया है। इसके अलावा भी सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ऐसा दावा किया है।
जानें दुनिया के विनाश वाले दावे की क्या है सच्चाई?
इंडिया टुडे में छपी खबर के मुताबिक 29 अप्रैल को लेकर किया गया दावा गलत है। नासा ने कुछ दिनों पहले यह सूचना दी थी कि ''52768 (1998 OR2)''नाम का एक क्षुद्रग्रह 29 अप्रैल, 2020 को पृथ्वी से गुजरेगा। इस दौरान पृथ्वी से इसकी दूरी करीब 4 मिलियन मील होगी।
एक अंग्रेजी वेबसाइट से विनाश वाली खबर की फैली अफवाह
असल में एक ''डेली एक्सप्रेस'' नाम की अंग्रेजी वेबसाइट ने नासा के ऐलान के बाद एक रिपोर्ट की थी, जिसके बाद ऐसी अफवाह फैली। खबर की हेडिंग थी- ''Asteroid warning: NASA tracks a 4KM asteroid approach - Could end civilisation if it hits''(क्षुद्रग्रह चेतावनी: नासा ने एक 4 किमी के क्षुद्रग्रह को ट्रैक किया, जो थ्वी से टकराया तो सभ्यता का अंत कर सकता है।)
''डेली एक्सप्रेस'' की इस रिपोर्ट के बाद ट्विटर पर “CNEOS” के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा था- ''29 अप्रैल को क्षुद्रग्रह 1998 OR2 पृथ्वी से 3.9 मिलियन माइल/6.2 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर गुजरेगा। यह पूरी तरह सुरक्षित है। ''डेली एक्सप्रेस'' की रिपोर्ट में जो 'चेतावनी' जारी की गई है वह पूरी तरह से गलत है।''
नासा ने इस ग्रह से जुड़ी सारी जानकारी Sentry Impact Risk Page पर जारी की है। इसकी वेबसाइट आप जाकर पढ़ सकते हैं।