लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार (20 अप्रैल) सुबह निधन हो गया। आदित्यनाथ के पिता की तबीयत काफी समय से खराब थी और दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान( एम्स) में उनका इलाज चल रहा था। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि आनंद सिंह बिष्ट ने सोमवार को 10 बज कर 44 मिनट पर अंतिम सांस ली। पिता के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक पत्र जारी कर बताया कि वह लॉकडाउन की वजह से पिता के पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। योगी आदित्यना द्वारा लिखी गई ये चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। पत्र में योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 21 अप्रैल को उनके पिता का अंतिम संस्कार है।
जानें योगी आदित्यना ने चिट्ठी में क्या-क्या लिखा?
''अपने पूज्य पिता जी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख व शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिये समर्पित भाव से साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्य बोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया। कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से अपील है है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।''
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सीएम योगी कोविड-19 के बैठक में थे जब उन्हें पिता के निधन की सूचना मिली
मुख्यमंत्री योगी कोरोना वायरस संकट पर अधिकारियों के साथ बैठक में थे जब उन्हें पिता के निधन की सूचना मिली लेकिन उन्होंने टीम के अधिकारियों साथ बैठक जारी रखी। उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, '' आज सुबह 10 बजे से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कोविड-19 के कोर ग्रुप के अधिकारियों की बैठक हो रही थी, उसी बीच उन्हें सूचना मिली कि उनके पिता का निधन हो गया लेकिन इसके बाद भी वह बैठक करते रहे और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देने के बाद ही बैठक से उठे।''
बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोटा से उत्तर प्रदेश लौटे सभी बच्चों को घर में पृथक वास में रखना सुनिश्चित कराया जाए। इसके साथ ही सभी बच्चों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने के बाद उनको घर भेजा जाए। शिशिर ने बताया कि पिता के निधन की सूचना के बाद भी मुख्यमंत्री करीब 45 मिनट तक बैठक में रहे।