लोकसभा में अपने पहले ही भाषण में छा गईं महुआ मोइत्रा, मोदी सरकार पर जमकर बरसी, कहा-राष्ट्रवाद के नाम पर देश को बांटने की कोशिश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 26, 2019 12:34 IST2019-06-26T12:34:58+5:302019-06-26T12:34:58+5:30
तृणमूल कांग्रेस से पहली बार सांसद चुनी गई महुआ जेपी मार्गन की पूर्व उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जारी चर्चा के दौरान महुआ ने सभी लोकसभा सदस्य का ध्यान अपनी ओर खींचा।

महुआ मोइत्रा का लोकसभा में दिया पहला भाषण सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।
तृणमूल कांग्रेस की नवनिर्वाचित सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को फासीवाद की तरफ ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रवाद के नाम पर देश को बांटा जा रहा है और वैज्ञानिक सोच को पीछे धकेला जा रहा है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए महुआ ने दावा किया कि देश बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। नए तरह के राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। महुआ का लोकसभा में दिया पहला भाषण सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।
उन्होंने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से एक समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है। तृणमूल सांसद ने कहा कि आज भीड़ द्वारा हत्या का सिलसिला चल रहा है। देश को फासीवाद की तरफ ले जाया गया है। वैज्ञानिक सोच को पीछे कर दिया गया है। महुआ ने कहा कि इस सरकार में 2.77 एकड़ भूमि (अयोध्या) की चिंता हो रही है, जबकि पूरे देश की चिंता करने की जरूरत है।
उनके संबोधन के बाद भाजपा के निशिकांत दुबे ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि महुआ ने एनआरसी और अयोध्या मामले का उल्लेख किया जो अदालत में लंबित हैं। ऐसे में इनको रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। इस पर तृणमूल कांग्रेस सौगत रॉय ने कहा कि दुबे और भाजपा के राजीव प्रताप रुढ़ी विपक्ष के लोगों की आवाज को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान दोनों ओर से नोकझोंक की स्थिति भी देखने को मिली।
पहले ही भाषण में छा गईं महुआ
तृणमूल कांग्रेस से पहली बार सांसद चुनी गई महुआ जेपी मार्गन की पूर्व उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जारी चर्चा के दौरान महुआ ने सभी लोकसभा सदस्य का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को उद्धृत करते हुए कहा कि मतभेद इस देश का राष्ट्रीय चरित्र है उसे खत्म नहीं किया जा सकता। 2008 में न्यूयॉर्क से जेपी मार्गन की नौकरी छोड़कर राजनीति का दामन थामने वाली महुआ ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में करीमपुर से विधायक चुनी गईं।
महुआ की आक्रामक भाषण शैली के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी में महासचिव और प्रवक्ता बनाया हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में कृष्णानगर संसदीय सीट से जीत हासिल की है। ममता की उम्मीदों पर खरा उतर रहीं महुआ ने लोकसभा में टीएमसी नेता सुदीप बंधोप्ध्याय और सौगॉत रॉय की कमी नहीं महसूस होने दी।