जामिया हिंसा को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा में रहा ये वीडियो, नेता से लेकर आम जनता तक ने किया शेयर
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 17, 2019 14:08 IST2019-12-17T14:08:39+5:302019-12-17T14:08:39+5:30
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा है कि गिरफ्तार लोगों में से एक भी छात्र नहीं हैं।

जामिया हिंसा को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा में रहा ये वीडियो, नेता से लेकर आम जनता तक ने किया शेयर
दिल्ली के जामिया इलाके में नागरिकता कानून को लेकर पिछले दो-तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। इस विरोध प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है। इस वीडियो कुछ लोग बस को लाठी-डंडे से तोड़ते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में कुछ कथित लोगों को यह भी कहते सुना जा रहा है कि ''भारत सरकार की कोई गाड़ी छोड़ना मत''। हालांकि वीडियो में ये लोग कौन हैं जो बसों को तोड़ रहे हैं...इसकी पहचान तो नहीं हो पाई है। लेकिन सोशल मीडिया पर कथित तौर पर दावा किया जा रहा है कि इनका जामिया यूनिवर्सिटी से संबंध हो सकता है।
देखें लोगों ने वीडियो शेयर कर क्या-क्या लिखा
पुलिस पर आरोप लगाने के लिए टूट पड़े तमाम महानुभावों के लिए ये वीडियो ट्वीट कर रही हूँ।
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) December 16, 2019
“भारत सरकार की कोई गाड़ी छोड़ना मत” कौन हैं ये लोग? pic.twitter.com/xRvaV0K8yG
This is real.
— Ankur Sharma (@AYBPS) December 16, 2019
Are you talking about this right of these so called citizens (goons)? https://t.co/USbSu1Xo0Upic.twitter.com/9q91pOQBJU
“Ma ch** do Bharat sarkar ki gaadi ki.”
— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) December 16, 2019
Watch ‘brave and idealistic revolutionaries’ of #JamiaProtests handpick central govt vehicles for destruction.#CAAProtestspic.twitter.com/ivA9n3bMNt
“Ma ch** do Bharat sarkar ki gaadi ki.”
— payal Sharma (@payal_trust) December 16, 2019
Watch ‘brave and idealistic revolutionaries’ of #JamiaProtests handpick central govt vehicles for destruction.#CAAProtestspic.twitter.com/obLjTTtAQx
Openly calling out for destruction of Government property ❗
— Brahma Tej (@baliga_2012) December 17, 2019
Spreading rumors ❗#HinduphobicJamiahttps://t.co/wBTXeXvKHP
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस भी आरोपों के घेरे में है। कई लोगों ने दिल्ली पुलिस की आलोचना करते हुए कहा है कि बिना यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के आदेश के पुलिस यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसी कैसे? पुलिस पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने छात्रों के साथ बर्बरता की है। छात्रों को बेवजह पीटा है।
जामिया हिंसा मामले में 10 गिरफ्तार, कोई छात्र शामिल नहीं
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों को सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में कोई भी छात्र नहीं है। विश्वविद्यालय रविवार को उस वक्त जंग के मैदान में तब्दील हो गया था जब पुलिस परिसर में घुस आई थी और वहां बल प्रयोग किया था। दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी हुई थी जिसमें चार डीटीसी बसों, 100 निजी वाहनों और 10 पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 दिसंबर को नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है। एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होने के साथ ही यह कानून लागू हो गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी।